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शनिवार, 9 मार्च 2024

4060 ..लिखना जरूरी है पढ़ने वालों के लिये

 सादर अभिवादन

मार्च 9
9 मार्च ग्रेगोरियन कैलेंडर में वर्ष का
68वां ( लीप वर्ष में 69वां) दिन है;
वर्ष के अंत तक 297 दिन शेष हैं।
आज की रचनाएँ



आये शरण
तुम्हारे चरणों में
वरदान दो

हे शिव शम्भू
त्रस्त हो चुके अब
निर्वाण करो !




आंखें जादू, हुस्न का तड़का
इश्क़ के दिल में शोला भड़का

चांद सा लड़का देख के ज़ोर से
धूप सी लड़की का दिल धड़का




कोई अर्थ नहीं
ये सब को रास न  आती
मन को जब रास न आए
जिन्दगी ही रूठ जाए |




क्या है सपिंड विवाह
सपिंड विवाह उन दो लोगों के बीच होता है जो आपस में खून के बहुत करीबी रिश्तेदार होते हैं। हिंदू मैरिज एक्ट में, ऐसे रिश्तों को सपिंड कहा जाता है। इनको तय करने के लिए एक्ट की धारा 3 में नियम दिए गए हैं। धारा 3(f)(ii) के मुताबिक, 'अगर दो लोगों में से एक दूसरे का सीधा पूर्वज हो और वो रिश्ता सपिंड रिश्ते की सीमा के अंदर आए, या फिर दोनों का कोई एक ऐसा पूर्वज हो जो दोनों के लिए सपिंड रिश्ते की सीमा के अंदर आए, तो दो लोगों के ऐसे विवाह को सपिंड विवाह कहा जाएगा।




लिखना
जरूरी है
पढ़ने
वालों
के लिये
मत
रुक ना

लिख
कुछ भी
काम
तमाम
कर ना
......
कल की कल
सादर

2 टिप्‍पणियां:

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