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शुक्रवार, 7 जनवरी 2022
3266......वार्षिक पुनरावलोकन-२
9 टिप्पणियां:
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मंथन है
जवाब देंहटाएंसाहसिक प्रयास
साहित्यिक
मोती और अमृत
कड़वे मीठे
साहसिक प्रयास
साधुवाद..
सादर....
वार्षिक पुनरावलोकन के अंक में मेरी ब्लॉगपोस्ट को स्थान देने हेतु आपका आभार
जवाब देंहटाएंलाजवाब सूत्रों से सजा बेहतरीन संकलन ।
जवाब देंहटाएंवार्षिक पुनरावलोकन अंक में मेरे सृजन को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार श्वेता जी।
वार्षिक अवलोकन के अंक में मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, श्वेता दी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संकलन।
जवाब देंहटाएंबढ़िया संकलन
जवाब देंहटाएंजोर की ठोकर पर धीरे से कराहना,
जवाब देंहटाएंघटनाओं पर प्रतिक्रियाविहीन व्यवहार
तटस्थ मौन रहना सभ्य होने का मापदंड(?)
संवेदनहीन होते समाज का जिम्मेदार चरित्र
अनमयस्क आचरण से
सकारात्मकता की नयी गढ़ रहे
बहुत सटीक यही तो हैं बुद्धजीवियों के गुण इसके विपरीत सब गँवार...
सार्थक भूमिका के साथ लाजवाब वार्षिक पूर्वावलोकन... बहुत ही लाजवाब एवं श्रमसाध्य प्रस्तुति सभी लिंक बेहद उम्दा... सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।
वाह लाजबाव प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर सराहनीय अंक, कई महत्वपूर्ण रचनाओं पर जाने का मौका दिया आपने । बहुत बहुत आभार आपका श्वेता जी 👌💐
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