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मंगलवार, 4 जनवरी 2022

3263..उसी प्रकार वे लड़को को भी हिदायतें देते...

सादर अभिवादन

नव वर्ष की पहली प्रस्तुति
कोई कुछ कह गया
कोई कुछ कहने आया है
जो कह गया
उसकी मलाई छांट लें
जो कहने वाला है
उसकी सिर्फ मलाई ही लें
....

रचनाएँ..



मैं बीस इक्कीस -
देखता हूँ आज जब
क्या वक़्त था
एक वर्ष पूर्व
मेरे आगमन से पहले
उम्मीद बाँधे दुनिया
कर रही थी मेरा इंतज़ार



इतनी सारी फरमाइशों के साथ
एक गुजारिश और है तुम से
इस मिनी को जब भी
संभालने की बारी आए
तो बस कुछ प्यार और दुलार
से भरे लफ्ज़
खर्च कर देना उस पर।।



घने कोहरे में हो जाता है
जीवन अस्त-व्यस्त,
भिड़ जाते हैं वाहनों से वाहन,
खड़े  रह जाते हैं विमान,
थम जाती हैं रेलगाड़ियाँ,




चलते चलो कदम बढ़ाओ
राह में  रुकना नहीं
अनवरत चलो उत्साह से  
पीछे पलट कर न देखना  |




काश, जिस तरह जेएनयू ने लड़कियों को हिदायत दी, उसी प्रकार वे लड़को को भी हिदायतें देते... लड़कों को लड़कियों की इज्ज़त करना सिखाते तो किसी कॉलेज, किसी सड़क और किसी घर की बेटी के साथ कुछ गलत न होता! काश, सच में ऐसी कोई रेखा होती जिसे पार कर कोई दरिंदा किसी भी लड़की की इज्जत को तार-तार नहीं करता, लेकिन अफसोस दुनिया में ऐसी कोई रेखा है ही नहीं, यह तो सिर्फ गलती छिपाने का एक बहाना है।


आज बस इतना ही
सादर

9 टिप्‍पणियां:

  1. मेरी रचना को पाँच लिंको का आनन्द में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, यशोदा दी।
    मेरी रचना के भाव को समझ कर उसे आज के अंक का शीर्षक बनाने के लिए एक बार आपका फिर से धन्यवाद।
    सभी लिंक्स बहुत सुंदर है।

    जवाब देंहटाएं
  2. उत्कृष्ट लिंक संकलन लाजवाब प्रस्तुतीकरण...
    सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुंदर संकलन.मेरी रचना को शामिल करने के लिए धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  4. अच्छी पोस्ट्स पर जाना हुआ । शुक्रिया मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए ।

    जवाब देंहटाएं
  5. बढ़िया प्रस्तुति प्रिय दीदी |ज्योति जी का लेख बहुत विचारोत्तेजक और पठनीय है | सभी पढ़ें और अम्ल भी करें |आज के सभी रचनाकारों को सादर नमन | आपको बहुत बहुत बधाई और शुभकामानाएँ|वर्ष की पहली प्रस्तुति मुबारक हो |

    जवाब देंहटाएं
  6. नए वर्ष की शुभकामनाएं। सुंदर प्रस्तुति।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत सुंदर सराहनीय प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं

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