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बुधवार, 10 नवंबर 2021

3208..चातक सा तकता रहता..

 ।।प्रात वंदन।।

"जब प्रभात में मिट जाता

छाया का कारागार,

मिल दिन में असीम हो जाता

जिसका लघु आकार।

मैं तुमसे हूँ एक, एक हैं

जैसे रश्मि प्रकाश;

मैं तुमसे हूँ भिन्न, भिन्न ज्यों

घन से तड़ित्-विलास..!!"

 महादेवी वर्मा

सूर्य उपासना का सामाजिक महोत्सव छठ, पर्यावरण संरक्षण के साथ संस्कृति को जोड़,निरंतर कर्मरत का संदेश दे रहा।चलिए इसी को मद्देनजर रखतें हुए नज़र डालें आज की प्रस्तुति पर..✍️

आस्था का महपर्व ---छठ

सूर्य की उपासना अनादी

काल से ही भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के समस्त भागों में श्रद्धा-भक्ति के साथ की जाती रही है.सूर्य सबके ही उपास्य देव रहे हैं. हमारे देश में सूर्य उपासना के लिए विशेष पर्व छठ है जिसे बहुत ही आस्था-श्रद्धा के साथ मनाया जाता है .’ षष्ठी देवी ‘..

🔹🔹

अमृत है हर बूंद


बूंद एक टपकी गगन से ।
बूंद एक टपकी नयन से ।।
बूंद का हर रूप मानव, 
को परिष्कृत कर गया।।

बूंद गिरती जब सुमन पे ।
बूंद गिरती जब तपन

🔹🔹

चातक सा तकता रहता


सागर के तट पर बैठा हो  

फिर भी कोई, प्यासा ! कहता, 

जीवन बन उपहार मिला है 

मन चातक सा...

🔹🔹

क्षिति, जल, पावक, गगन, समी


आज फिर थाम लिया है माँ ने,

छोटी सी सुपली में,

समूची प्रकृति को।

सृष्टि-थाल में दमकता पुरुष,

ऊंघता- सा, गिरने को,

तंद्रिल से क्षितिज पर पच्छिम के,

लोक लिया है लावण्यमयी ने,

अपने आँचल में।

हवा पर तैरती

उसकी लोरियों में उतरता,

🔹🔹

आज फिर मैंने वही शरारत की है,

भूलने की कोशिश में,तुमसे मोहब्बत की है..

ख़ुदा जाने उसका सितम क्या होगा,

अभी तो उसने बस इनायत की है,

।। इति शम ।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'...✍️



6 टिप्‍पणियां:

  1. शानदार अंक
    छठ पर्व की शुभकामनाएं..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. महादेवी जी की रचना की सुंदर पंक्तियों से सज्जित आज की भूमिका मन मोह गई । शानदार सूत्रों का अंयोजन । मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार पम्मी जी । छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐💐

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभात🙏🙏
    बेहतरीन अंको से सजी बहुत ही उम्दा प्रस्तुति!
    सभी को छठ पर्व की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई💐💐💐💐

    जवाब देंहटाएं
  4. सागर के तट पर बैठा हो

    फिर भी कोई, प्यासा ! कहता,

    अति सुंदर अभिव्यक्ति।
    अच्छे लिंक्स है।
    मुझे भी स्थान देने के लिए आभार पम्मी जी

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर भूमिका और मनोरम रचनाओं का चयन, बहुत बहुत बधाई पम्मी जी आज के अंक के लिए, आभार!

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति
    छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं

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