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रविवार, 29 अगस्त 2021

3135 ...सब यही चाहते देश बढ़े, उन्नति के विकसित पंथ चले

सादर अभिवादन..
कल जन्माष्टमी है
जय श्री कृष्ण..


अब रचनाएँ देखे...

 विचार
बीज से वृक्ष तक की यात्रा में
अपनी नाजुक टहनियों से
सुदृढ़ तना होने तक
तितलियों और परिंदों को
देते हैं भय से मुक्ति,
साहस,सुरक्षा और उड़ान
या फिर स्व के इर्द-गिर्द लिपटे
अपने बिल में सिमटे सरीसृपों-सा
रीढ़विहीन संसार।


ये तेरे है, तुम इनके हो, इनमें तुममें कोई भेद नहीं,
बस राह मिलेगी अन्तहीन, हो गया किन्तु विच्छेद कहीं ।

सब यही चाहते देश बढ़े, उन्नति के विकसित पंथ चले,
यदि निशा पसारे तम अपार, तब आशा के शत दीप जले।


राह में मुश्किल होगी हजार,
तुम दो कदम बढाओ तो सही।
हो जाएगा हर सपना साकार,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।।

मुश्किल है पर इतना भी नहीं,
कि तू कर ना सके।
दूर है मंजिल लेकिन इतनी भी नहीं,
कि तू पा ना सके।
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।।


सजल नयन में है
ग्रह नक्षत्रों का आना जाना,
पलकों के तीर कहीं बसता है
सपनों का नगर,
एक बूंद की सतह पर
है ज़िंदगी का ठिकाना


योगी को मोदी बनने में अभी बहुत दूरी पूरी करनी है। योगी व्यक्तिगत रूप से 
मजबूत है लेकिन पार्टी में उनकी पकड़ संदिग्ध है। मुझे नही लगता 
325 विधायको में से 20 % विधायक भी उनके लिये ढाल लेकर खड़े हो सके।

गुजरात के मोदी काल में मोदी ने अपनी विशिष्ट कार्यशैली से कार्यकर्ताओ , 
संग़ठन और सत्ता में अपनी विशेष पकड़ बनाई। 
उनके सिपहसालारो ने उनके मिशन को आगे बढ़ाया। पूरे गुजरात को बाइब्रेनट और विकसित राज्य का मुलम्मा चढ़ाया। और इसके लिए उन्हें 13 साल लगे। 
विधानसभा चुनाव में लगातार जीत दर्ज की और अपने को मजबूत किया।
...
बस
सादर

5 टिप्‍पणियां:

  1. आपका अतिशय आभार कविता को अपनी सूची में स्थान देने के लिये और कविता की पंक्तियों को आज का शीर्षक बनाने के लिये। आपका साहित्य के प्रति अप्रतिम प्रेम इस मंच की गुणवत्ता बनाये रखे, यह ईश्वर से प्रार्थना है।

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन सूत्रों से सजी सराहनीय अंक आदरणीय सर।
    लेख नहीं पढ़ पाए हैं।
    मेरी रचना सम्मिलित करने के लिए बहुत बहुत आभार।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत अच्छे लिंकों से सजा अंक।
    अभी सरसरी तौर पर पढ़ ली हूँ। कल स्कूल की छुट्टी है सो आज की रात अपनी है। वैसे निंदिया रानी की होती है। सो रात में अच्छी तरह पढ़ पाऊँगी।
    मेरे इस निबंध को शामिल करने हेतु बहुत बहुत आभार। कक्षा नौंवी की एक बच्ची को भाषण देना था, उसी के लिए लिखा था। ब्लॉग पर डाल दिया ताकि आगे भी किसी के काम आ जाए।
    सादर धन्यवाद भाईसाहब।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुंदर सार्थक रचनाओं का संकलन।

    जवाब देंहटाएं

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