दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
बुधवार, 11 दिसंबर 2019
1608.. हमें पत्थरों से भी टकराना आगया..
7 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
बहुत अच्छा संकलन, सुंदर रचनाएँ।
जवाब देंहटाएंलाजवाब अंक।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीया पम्मी जी. मेरी रचना को स्थान देने हेतु बहुत बहुत आभार.
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुंदर प्रस्तुति कवि प्रदीप की बहुत सुंदर बंध के साथ अच्छी भुमिका।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएं सार्थक सुंदर।
सभी रचनाकारों को बधाई।
मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार।
बेहतरीन...
जवाब देंहटाएंसूरज रे जलते रहना..
सादर..
वाह!!बेहतरीन अंक ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएं