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गुरुवार, 25 जुलाई 2019

1469..भेजा है आकाँक्षाओं को लपेटकर हमने चंद्रयान-2 अपना...



सादर अभिवादन। 

भेजा है 
आकाँक्षाओं को 
लपेटकर हमने 
चंद्रयान-2 अपना,
लिख रहा भारत 
नई इबारत 
सच होगा 
एक और सपना। 
-रवीन्द्र 

आइये अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें- 

सुनो चाँद !-- कविता.......रेणुबाला 

चंद्रयान के चित्र के लिए छवि परिणाम

बहुत भरमाया सदियों तुमने ,
गढ़ी झूठी कहानी थी;

 थी वह तस्वीर एक धुंधली  ,

नहीं  सूत कातती नानी थी;

युग_युग से बच्चों के मामा -
 क्या कभी आये लाड़ लगाने?चाँद !

  




यही कारण है कि 
मैं हमेशा होता हूँ शोक में 
किसी के जीवित रहते हुए भी 
किसी के मृत्यु को प्राप्त करते हुए 
क्योंकि हर पल मर रही है मनुष्यता  !




जाने आज भी तुम्हारी 
मुस्कराहटों का तिलिस्म, मुझे मरने 

नहीं देता, लगे सांसों के इर्द गिर्द 

कोई अमरबेल तुम्हारा ही 

है लगाया सा। कहाँ 
से लाएं पहली 
सी चाहत
उम्र के साथ आईना भी लगे है धुंधलाया सा। 




प्रसव पीड़ा से 
छटपटाती माँ की तरह
पीकर विष का घूँट
रखकर मान-अपमान परे
संतान की खुशियाँ
जुटाने के लिये 
निरंतर कर्मशील
बिना चीखे
वो सहता रहता है
सपनेे जन्मने के बाद भी
आजीवन
प्रसव का दर्द।




मधुर स्वर में रिझाना हो ,
कोई गान प्रीत का गाना हो,
रिमझिम बरसती घटाओं को,
गुफ़्तुगू  में उलझाना हो,
शब्दों के भँवर में उलझ,
ख़ामोश रह जाती हूँ मैं |




हम-क़दम का नया विषय




आज बस यहीं तक 
फिर मिलेंगे अगले गुरूवार। 

रवीन्द्र सिंह यादव 

15 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात रवीन्द्र जी...
    बहुत अच्छी सम-सामयिक रचनाएँ
    आभार आपका...
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  2. प्रणाम सर
    बहुत ही सुन्दर हलचल प्रस्तुति,सभी रचनाएँ बेहतरीन, मुझे स्थान देने के लिए तहे दिल से आभार आप का
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह!!रविन्द्र जी ,बहुत उम्दा संकलन ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सामायिक विषयों पर सुंदर लिंक संकलन ।
    बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
    सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  5. इस अभियान की सफलता का श्रेय सिर्फ और सिर्फ हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत, उनकी लगन, उनके कौशल को है । कोफ़्त होती है विभिन्न राजनितिक भोंपुओं के शोर सुन......!

    जवाब देंहटाएं
  6. विविधापूर्ण रचनाओं.से सजी आज की प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी रवीन्द्र जी।
    सभी रचनाएँ सराहनीय हैं।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मेरी रचना शामिल करने के लिए सादर शुक्रिया आपका।

      हटाएं
  7. वाह , मैं अपनी पोस्ट में आपके द्वारा दर्ज़ टिप्पणी जिसमे सूचना दी गई थी पोस्ट को शामिल किए जाने की उसका अनुसरण करते हुए यहां आपका आभार व्यक्त करने पहुंचा | देखा तो पोस्ट नदारद थी | खैर इतनी सुन्दर पोस्टों के बीच मेरी पोस्ट बेकार ही लगती | शुक्रिया और आभार | सुंदर पोस्ट लिंक्स के लिए |

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. श्रीमान अजय जी,
      नमस्कार।
      आपके द्वारा दी गयी सूचना / आपत्ति के अनुसार मैंने आपके पाँचों ब्लॉग की हरेक प्रथम रचना को जाकर देखा है
      जहाँ हमारी कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं है।
      कृपया सम्बंधित टिप्पणी साझा कीजिए ताकि आपकी रचना को हम अपने किसी आगामी अंक में सम्मिलित कर सकें।
      हमारे ब्लॉग पर प्रकाशन हेतु चर्चाकारों द्वारा सद्यप्रकाशित रचनाओं का चयन किया जाता है।
      ब्लॉग पर आकर अपना विचार रखने के लिये आपका सादर आभार।

      हटाएं
  8. Thanks for writing this useful article keep writing you are a great author thanks a lot
    loveshayari
    lovely shayari

    जवाब देंहटाएं

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