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मंगलवार, 25 जून 2019

1439 ...कभी कुछ अच्छा सुनाई दे तो अच्छा कहा जाये

ऊट-पटांग दिवस पर 
आप सभी को 
सादर अभिवादन...
आज हम हैं....
प्रस्तुति भी हम ही देंगे...
चलिए चलें आज की ताबड़-तोड़ प्रस्तुति देखें....


अभी जगजीत की गजलें सुनेंगे ...
अंधेरों को मिलेंगे आज ठेंगे
ये दीपक रात भर यूँ ही जलेंगे 

जो तोड़े पेड़ से अमरुद मिल कर 
दरख्तों से कई लम्हे गिरेंगे

किसी के होंठ को तितली ने चूमा
किसी के गाल अब यूँ ही खिलेंगे

घन .....

पवन की पालकी
सवार होके घन,
निकले शान से।

काले कजरारे
नीर भार भरे घन,
नेह करे, दामिनी से।

मुहब्बत का श्री गणेश ....

हुस्न का बेहतर नज़ारा चाहिए ।
कुछ तो जीने का सहारा चाहिए ।।

हो मुहब्बत का यहां पर श्री गणेश ।
आप का बस इक इशारा चाहिए ।।

हैं टिके रिश्ते सभी दौलत पे जब ।
आपको भी क्या गुजारा चाहिए ।।

शौक .....
कुछ पूरे होते गए कुछ बिखरते गए
कुछ को तो मैने चुपके से जी लिया।
गीली मिट्टी की सौंधी सी खुशबू  लेने का शौक बहुत था 
बचपन मे आज वो शौक अपने घर मे लगे 
चार गमले मे पानी डालते वक्त पूरा कर लेती हूं,

रिक्शे वाला ....

मैं न प्रेमी हूं 
न आशिक हूं 
न मंजनू हूं 
न दीवाना हूं
मेरा काम है 
सुबह से सड़कोँ पर 
मनुष्य की मनुष्यता को ढ़ोना 
रोज कमाना
रोज खाना

इच्छाएँ ....
Fall, Autumn, Red, Season, Woods, Nature
इच्छाएँ घुमावदार जंगल जैसी हैं,
पहले थोड़ी सी दिखती हैं,
जब वहां पहुँच जाओ,
तो थोड़ी और दिखने लगती हैं,

चलते -चलते
एक जूनी खबर..

मान भी लेते हैं 
लिख लेगा दो चार 
बेकार की बातों 
के कुछ पुलिंदे 
पढ़ने को कौन 
आयेगा क्यों आयेगा 
और आखिर कब 
तक आ पायेगा 

लिखना पढ़ना तो 
बौद्धिक भूख 
मिटाने के लिये 
किया जाता है 
-*-*-

अब बारी है विषय की
बड़ा ही क्लिष्ट काम है ये
सतहत्तरवाँ विषय

है

बारिश

उदाहरण कुछ भी नहीं
अपने मन से लिखिए
और एक खास बात 
आप चाहे तो अपनी पसंद के
फिल्मी या गैर फिल्मी बारिश के गीत का
 का ऑडियो या वीडियो भी
भेज सकते हैं।

अंतिम तिथि- 29 जून 2019
प्रलाशन तिथि- 01 जुलाई 2019
मजा है आज लिखिए
छपेगी अगले महिने
पर भेजिएगा ब्लाग सम्पर्क फार्म पर ही
......
आदेश दें
दिग्विजय


16 टिप्‍पणियां:

  1. नही लिखते हम टिप्पणी
    अपनी ही बनाई प्रस्तुति पर
    देवी जी चेन्नई में है
    डॉक्टर-पेशेन्ट मीटिंग में..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात।बहुत अच्छी प्रस्तुति।श्रेष्ठ रचनाओं का संगम है। सभी रचनाकारों को बधाई।शुभकामनाओं के साथ।सादरअभिनंदन

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर हलचल प्रस्तुति। ऊट-पटांग दिवस हो और 'उलूक' याद ना आये ? आभार दिग्विजय जी।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति !!

    जवाब देंहटाएं
  5. यशोदा जी की चेन्नई यात्रा मंगलमय एवं शुभ हो .. बेहतरीन रचनाओं की बेहतरीन प्रस्तुति !

    जवाब देंहटाएं
  6. सुन्दर लिंक्स. मेरी रचना शामिल की. आभार.

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन लिंक से सजी सुंदर प्रस्तुति। मुझे शामिल करने के लिए धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  8. लाजवाब लिंक ...
    आभार मेरी ग़ज़ल को जगह देने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  10. सब कुछ सकुशल रहे,
    सादर नमन, अच्छी प्रस्तुति सभी लिंक बहुत अच्छे लगे।
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत सुंदर संयोजन
    सभी रचनाकारों को बधाई
    मुझ सम्लित करने का आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं

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