---

शुक्रवार, 23 नवंबर 2018

1225...गुलमोहर के पेड़ की उस शाख पर....

सादर अभिवादन। 
जी हाँ आज शुक्रवार ही है। 
दिन अदला-बदली 
सुहानी धूप खिली। 

प्रकाश पर्व की शुभकामनाऐं। 

सिख धर्म के संस्थापक व 10 सिख गुरुओं में प्रथम गुरुनानक देव जी की 550 वीं जयंती आज देश-दुनिया में धूमधाम से मनायी जा रही है। 

1469 में कार्तिक मास की पूर्णमासी को गुरुनानक देव जी का जन्म लाहौर से 65 किलोमीटर दूर तलवंडी में हुआ था।  

Image result for नानक के दोहे
मन मूरख अजहूं नहिं समुझत, सिख दै हारयो नीत।

नानक भव-जल-पार परै जो गावै प्रभु के गीत॥

आइये अब आपको आज की पसंदीदा 
रचनाओं की ओर ले चलें - 

पता ही नहीं चलता है कि बिकवा कोई और रहा है कुछ अपना और गालियाँ मैं खा रहा हूँ....डॉ.सुशील कुमार जोशी 

 

लोग 
मुस्कुराहट 
के साथ मिलते हैं 

बताते भी नहीं है 
कि खुद की नहीं 
किसी और की 

दुकान चला रहा हूँ 




एक सूखा पात अटका है वहाँ ,
गुलमोहर के पेड़ की उस शाख पर ,
जो धधकता था सिंदूरी रंग में ,
अस्त होती सूर्य किरणों से कभी !




मैं समर्थ मन मतवाला हूँ 
बिना पंख  के परवान चढ़ूँ 
अरि के मद का दोहन कर दूँ 
नीले नभ परवाज़ भरूं !



गर्मी की लूँ सी हवाएँ बांस के झुण्डों से ।
      सीटी सी सरगोशी लिए बहा करती थी ।।
      हरीतिमा से ढका एक छोटा सा घर ।
      मोगरे , चमेली और गुलाबों सा महकता था ।।




वो छोड़कर जबसे गये हमको तन्हा
बेचैन, छटपटाती पगलाई पछुआ है
लगा श्वेत,कभी धानी,कभी सुर्ख़,
रंग तेरी चाहत का मगर गेरुआ है



शालीनता  की  मूरत , 
ऐसी  रही, 
आस्था की सूरत.... ....
समय की मार से 
अपनों के प्रहार ने !! 
जल रही द्वेष की दावाग्नि में !!
दोगले स्वार्थ ने 
अपना शिकार बनाया !!

चलते-चलते आदरणीय राही जी की विशेष प्रस्तुति पर -





हम-क़दम के
छियालीसवें क़दम का विषय   
यहाँ



आज बस यहीं तक 
फिर मिलेंगे अगले गुरूवार। 

रवीन्द्र सिंह यादव 


12 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही शानदार...
    आभार...
    कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएँ...
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर संकलन आदरणीय
    मेरी रचना को स्थान दिया,आप का सह्रदय आभार....
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. अत्यंत सुन्दर सार्थक सूत्रों से सुसज्जित आज की हलचल ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रवीन्द्र जी !

    जवाब देंहटाएं
  4. सार्थक एवं प्रभावी भूमिका के साथ सुन्दर प्रस्तुति । इस अंक मेंं मेरी रचना को स्थान देने के लिए हृदयतल से धन्यवाद । सभी को प्रकाशपर्व और कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं । सादर आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  5. रवींद्र जी, आभार, सुन्दर प्रस्तुति, इस चर्चा में सम्मलित सभी रचनाकारों को बधाई। मेरी तरफ से "पांच लिंकों का आनंद" के पाठकों एवं उनके सदस्यों को प्रकाशपर्व और कार्तिक पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  6. शुक्रवारीय खूबसूरत हलचल प्रस्तुति के फूलों के बीच 'उलूक'के सूत्र को भी जगह देने के लिये आभार रवींद्र जी।

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन प्रस्तुति सुंदर संकलन सभी रचनाऐं सारगर्भित।
    गुरु नानक देव जयंती की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं ।
    सभी रचनाकारों को बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. प्रकाश पर्व गुरुनानक देव जी की जयंती की हार्दिक शुभेच्छाएँ सभी को।
    बहुत सुंदर रचनाओं से सजी आज की प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी रवींद्र जी।
    सभी रचनाएँ सराहनीय हैं।
    मेरी रचना को भी स्थान देने के लिए सादर आभार आपका।

    जवाब देंहटाएं
  9. बेहतरीन संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाकारों
    को बधाई

    जवाब देंहटाएं
  10. गुरुनानक जयंती पर शुभ कामनाएं |

    जवाब देंहटाएं
  11. बेहतरीन उम्दा रचनाओं के साथ शानदार प्रस्तुतिकरण......

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।