दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
▼
सोमवार, 27 अगस्त 2018
1137...हम-क़दम का तैंतीसवा क़दम..आँखें
सादर नमस्कार सर्वशक्तिमान ने सुंदर संसार का निर्माण किया और सृजन के चमकात्कारिक स्वरुप को प्रत्येक जीव देख पाये, इसके लिए जीव देह को सबसे अनमोल कृति आँख का उपहार दिया। कहते है आँखें मन का दर्पण होती हैं। नेत्र,दृष्टि,नयन,लोचन जैसे नामों से सुशोभित आँखों का काम बाहरी वस्तुओं का अवलोकन कर मस्तिष्क तक संदेश पहुँचाना है। शरीर का सबसे संवेदनशील और कोमल अंग आँख होता है। बिना आँख के जीवन अंधकारमय है। साहित्य में लगभग हर विधा, सभी भाषा और लिखने वाले हर रचनाकारों के द्वारा आँख पर अनगिनत शब्द-शिल्प गढ़े गये हैं। हमक़दम के हमारे विषय "आँखें" पर हमारे रचनाकारों की क़लम से बेहद सारगर्भित और सुंदर रचनाओं का प्रस्फुटन हुआ है।
मेरी बुझी हुई आंखे देखी छोड़ दिया मंझधार में मुझे..... एक की आंखों ने बुझी हुई आंखों में भी अपने लिये प्यार देखा, .... कहा, मेरी आंखे हैं तुम्हारे लिये..... ★★★★★
खामोशियों में कहकहे लगाती है तेरी ये दो आँखें! कभी चुपचाप युँ ही मचाती है शोर ये, जलजला सा लेकर ये आती कभी हृदय में, कभी मुक्त धार लिए बहती है चुपचाप ये दो आँखें....
सुप्रभात। वाह वाह।बहुत ही सुंदर संकलन हैं।आंखों पर बहुत ही रचनात्मक और भावविभोर करने वाला संकलन पढ़कर मज़ा आ गया।अपने भी काफी मेहनत की हैं इन लिंक्स को एकत्र करने में।धन्यवाद।
सुप्रभात. "आँखों" पर रचनात्मकता का मनोहारी वर्णक्रम सज गया है. आँखों पर बहुत सारा साहित्य सृजित हो चुका है फिर भी यह बिषय अधूरा है यही ख़ासियत है आँखों की.... सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनायें. आदरणीया श्वेता जी को सुन्दर प्रस्तुतिकरण एवं सटीक प्रस्तावना हेतु बधाई.
वाह वाह ! बहुत ही बेहतरीन रचनाएं ! अपनी रचना का सूत्र यहाँ देख कर अत्यंत हर्षित हूँ ! हृदय से आपका धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! बहुत सुन्दर सभी रचनाएं ! सभी रचनाकारों का हार्दिक अभिनन्दन एवं सभी को अनंत अशेष शुभकामनाएं !
आंखों पर दुनिया रहते हर शायर कवि रचनाकार लिखते रहेंगे, और कभी भी आंखों पर लिखा अफसाना पुरा नही होगा, किसी शायर ने सही लिखा है...
"आँखों से बड़ी कोई तराजू नहीं होती तुलता है बशर जिसमे, वह मीजान है आँखे"
व्याख्यात्मक विशिष्टता लिये मनोहारी भुमिका, शानदार रचनाओं का नयनाभिराम गुलदस्ता लिये बेहतरीन प्रस्तुति। मेरी रचना को लाने हेतू सस्नेह आभार। सभी रचनाकारों को बधाई।
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं। 2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें। ३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें . 4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो। प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात सखी
जवाब देंहटाएंहमें आपका श्रमबिन्दु दिखाई पड़ रहा है
भाल पर आपके चमक रहा मोती सा
रचनाकारो मे भी काफी से अधिक मेहनत की है
साधुवाद
आभार
सादर
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसुप्रभात।
हटाएंवाह वाह।बहुत ही सुंदर संकलन हैं।आंखों पर बहुत ही रचनात्मक और भावविभोर करने वाला संकलन पढ़कर मज़ा आ गया।अपने भी काफी मेहनत की हैं इन लिंक्स को एकत्र करने में।धन्यवाद।
सुप्रभात.
जवाब देंहटाएं"आँखों" पर रचनात्मकता का मनोहारी वर्णक्रम सज गया है. आँखों पर बहुत सारा साहित्य सृजित हो चुका है फिर भी यह बिषय अधूरा है यही ख़ासियत है आँखों की....
सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनायें.
आदरणीया श्वेता जी को सुन्दर प्रस्तुतिकरण एवं सटीक प्रस्तावना हेतु बधाई.
बहुत सुन्दर लिंक संयोजन ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर संकलन मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत आभार🌷
जवाब देंहटाएंनयनाभिराम संकलन!!!
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा रचनाएं
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संकलन
मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार
उम्दा संकलन और उत्कृष्ट विषय सभी लेखकों को बधाई
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संकलन के साथ उम्दा प्रस्तुति.. सभी रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंआभार।
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह वाह ! बहुत ही बेहतरीन रचनाएं ! अपनी रचना का सूत्र यहाँ देख कर अत्यंत हर्षित हूँ ! हृदय से आपका धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! बहुत सुन्दर सभी रचनाएं ! सभी रचनाकारों का हार्दिक अभिनन्दन एवं सभी को अनंत अशेष शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, बेहतरीन और भावपूर्ण रचनाएं, मेरी रचनाओं को चयनित करने के लिए
जवाब देंहटाएंआभार श्वेता जी सभी रचनाकारों को बधाई
आंखों पर दुनिया रहते हर शायर कवि रचनाकार लिखते रहेंगे,
जवाब देंहटाएंऔर कभी भी आंखों पर लिखा अफसाना पुरा नही होगा,
किसी शायर ने सही लिखा है...
"आँखों से बड़ी कोई तराजू नहीं होती
तुलता है बशर जिसमे, वह मीजान है आँखे"
व्याख्यात्मक विशिष्टता लिये मनोहारी भुमिका,
शानदार रचनाओं का नयनाभिराम गुलदस्ता लिये बेहतरीन प्रस्तुति।
मेरी रचना को लाने हेतू सस्नेह आभार।
सभी रचनाकारों को बधाई।
वाह अद्भुद आँखें ही आँखें। सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति...सभी रचनाकारों को बधाई
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति। सबको बधाई। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंआंखों पर बेहतरीन रचनाओं की सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार
जवाब देंहटाएं