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बुधवार, 20 जून 2018

1069..रूठने और मनाने के दिन खो गए..

चुभते ही तेरा अरुण बान!
बहते कन-कन से फूट-फूट,
मधु के निर्झर से सजल गान।
रंग रहा हृदय ले अश्रु हास,
यह चतुर चितेरा सुधि विहान!
                     महादेवी वर्मा


।।उषा स्वस्ति।।

इसी के साथ आज के दिन का प्रारंभ करते हुए कुछ पल यहाँ गुजारते है 
आज शब्दोंं,भावों और साजों की लड़ी है..

पहले लिंक में रू -ब-रू होते हैंं..✍
🔹🔹

आदरणीय  श्यामल सुमन जी की रचना..



रूठने और मनाने के दिन खो गए

आपसी रिश्ता मानो जहर हो गया

मौत है बावफा, जिन्दगी बेवफा

मौत मंजिल है जीवन सफर हो गया

🔹🔹

अशोक बामनिया जी की शब्दचित्रण...



यहा ज़िंदगी रोती है

वहा ज़िंदगी रोती है

कुछ सपने संजोती है

फिर माला मे पिरोती है

गाँठ कच्ची रह जाये तो

एक एक सपना खोती है

🔹🔹

ब्लॉग ठिकाना से..




कहते हैं कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। तीसरे विश्व युद्ध का इंतजार किए बिना देश की अधिसंख्य महिलाएं रोज ही पानी के लिए युद्धस्तर का प्रयास करती हैं। यह प्रयास त्रासदी में तब बदल जाता है, जब उनका पति पानी के लिए दूसरी नहीं, तीसरी शादी तक कर लेता है। एक पत्नी के रहते दूसरी शादी करना ..

🔹🔹

मधुलिका पटेल जी के कलम से..


एक उम्र जो गुम हो गई 
आज बहुत ढूंढा मैंने
अपनी उम्र को 
पता नहीं कहाँ चली गई 
नहीं मिली
रेत की तरह 
मुट्ठी से फिसल गई
या रेशा रेशा हो कर 

🔹🔹
ब्लॉग भावाभिव्यक्ति से..
एक बेनाम-सा रिश्ता 
छुपाकर अपनों से, 
सहेज के रखा है वर्षों से...
मैं ताउम्र उसके लिए 
तलाशता रहा एक ..
🔹🔹


शेक्सपीयर ने कहा था " नाम मे क्या रखा है " मगर यहाँ तो नाम मे ही सबकुछ रखा है और नाम ही काफी है किसीके चहेरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए , जी हाँ भारत मे एक नाम ऐसा है जिसका नाम सुनते ही लोग मजे लेने लग जाते है वो नाम है काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी |

Gk का मतलब ?

ब्लॉग एक सच्चाई से व्यंग्यात्मक रचना के साथ आज बस यहीं तक ..

हम-क़दम के चौबीसवें क़दम
का विषय...
...........यहाँ देखिए...........




।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह..✍

🔹🔹

15 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात
    उत्तम शुरुआत
    माता महादेवी की पंक्तियों से
    उत्कृष्ट रचनाएँ
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. रचनाओं के स्तर का अपनी विषय वस्तु से अद्भुत तालमेल है। सुन्दर संयोजन। बधाई!!!

    जवाब देंहटाएं
  3. शुभ प्रभात...सुन्दर संकलन पम्मी जी..
    शुभारम्भ तो अति उत्तम..

    जवाब देंहटाएं
  4. सुप्रभातम् पम्मी दी,
    महादेवी वर्मा की कालजयी बेहद सुंदर पंक्तियाँ.. वाह्ह...👌👌👌
    सभी रचनाएँ बेहद सराहनीय है।
    सुंदर संयोजन और बहुत सुंंदर अंक है।

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह पम्मी जी काव्य सम्राज्ञी महादेवी जी की रश्मि से आलोकित अंक की रश्मि अंतिम शब्द तक, बहुत सुंदर प्रस्तुति शानदार संकलन सभी रचनाकारों को बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  6. वाह!!!पम्मी जी ,बहुत खूबसूरत प्रस्तुति । महादेवी वर्मा जी की सुंदर पंक्तियों से सज्जित प्रस्तावना ...वाह!!
    सभी लिंक बहुत उम्दा ।

    जवाब देंहटाएं
  7. क्या बात पम्मी दी ....महादेवी जी की पंक्तियाँ पुरुस्कार की भांति ! संकलन उत्तम मन को उद्वेलित करता सा !

    जवाब देंहटाएं
  8. पाँच लिंको का अदभूत आनंद , धन्यवाद पम्मी जी आपके हम आभारी है की आपने हमारी पोस्ट " राहुल गांधी,नाम मे क्या रखा है ?" को अमूल्य प्लेटफॉर्म पर स्थान दीया

    जवाब देंहटाएं
  9. उम्दा लिंक संकलन बेहतरीन प्रस्तुति करण...

    जवाब देंहटाएं
  10. आपका आभार मेरी कलम से " किस्मत " को साझा करने के लिये

    जवाब देंहटाएं
  11. महान कवियत्री महादेवी वर्मा जी की अप्रतिम काव्य पंक्तियों से प्रस्तुति का शानदार आग़ाज़. सुन्दर रचनाओं का कौशलपूर्ण चयन और आकर्षक प्रस्तुति के लिये आदरणीया पम्मी जी को बधाई.
    इस अंक में चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनायें.

    जवाब देंहटाएं

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