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रविवार, 19 फ़रवरी 2017

583.....ले रही हूँ विदा

सुप्रभात  दोस्तो 

नमस्कार दोस्तो  स्वामी  विवेकानन्द  ने कहा था कि
"सफलता का रहस्य है दृढ़ संकल्प, मेहनत और साहस." इसलिए  यदि आप सफलता चाहते है तो दृढ संकल्प के साथ साथ मेहनत और साहस का होना बहुत जरूरी है ।
आइए अब चलते है आज की पाँच बेहतरीन लिंको की  ओर. . . 

शादी पर अनमोल वचन

ऐसे इन्सान से शादी न करें जिसके साथ आप जिंदगीभर रह सकें; बल्कि सिर्फ उस इन्सान से शादी करें जिसके बिना आप एक पल भी नहीं रह न सकते।

ले रही हूँ विदा

हां!!
ले रही हूँ विदा
अपनों से सपनों से
सच से झूठ से
आज से अतीत से
रस्मों से रीत से
नफरत से प्यार से
झगडे से प्रहार से
शक से यकीन से
रात से दिन से
अपेक्षा से उपेक्षा से

मौसम की वर्दी

*

तुम बार-बार क्यों लौट  रही हो सर्दी ,
कोहरा तो भाग गया , दे अपनी अर्जी.
*
गद्दे रजाइयाँ सभी खा चुके धूपें ,
बक्से में जाने से बस थोड़ा चूके
हमने भी अपनी जाकेट धो कर धर दी,
तुमने यों आकर कैसी मुश्किल कर दी.
*

कविता : रे सिपाही मत चिल्ला


(मेरी यह कविता उन सभी पुलिसवाले भाइयों को समर्पित है जो आए दिन अफसरों के जुल्म का शिकार होते रहते हैं।)
थप्पड़ खा, घूँसे खा
रे सिपाही मत चिल्ला
जूते खा, डंडे खा
रे सिपाही मत चिल्ला
गाली खाके रोता जा
रे सिपाही मत चिल्ला...

अच्छी पत्नी

अच्छी पत्नियाँ वे होती हैं,
जो अपने पतियों के 
पीछे-पीछे चलती हैं,
जैसा वे कहें, वैसा करती हैं,
उनकी पसंद का पकाती हैं,
घर में सब खा लेते हैं,
तब खाती हैं.

अब दीजिए आज्ञा 
धन्यवाद 
विरम सिंह
ज्ञान द्रष्टा 

5 टिप्‍पणियां:

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