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शनिवार, 5 नवंबर 2016
477 .... खरना
9 टिप्पणियां:
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एक ही विषय पर कई सूत्र ढूँढ कर लाई हैं विभा जी नये अन्दाज की एक सुन्दर हलचल प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंछठ पर्व संबंधी सामयिक लिंक प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंमैं ही रह गई
जवाब देंहटाएंउपवास तो नहीं हूँ
पर उपवास करने वाली बहनों
की सहायता कर रही थी
सारी रचनाओं पर गई
अभी दो दिन में प्रकाशित सभी
रचनाओं के लिंक सहेज कर
रखूँगी..अगले वर्ष के लिए
सादर
अति सुन्दर संकलन ।
जवाब देंहटाएंमनभावन संकलन है यह। बधाई आपको।
जवाब देंहटाएंमनभावन संकलन है यह। बधाई आपको।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे सूत्र छठ पूजा पर, मनभावन, आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे सूत्र छठ पूजा पर, मनभावन, आभार।
जवाब देंहटाएंछठ पूजा..... सामयिक,सुन्दर प्रस्तुति ....धन्यवाद ।
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