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रविवार, 19 जून 2016

338....हम भी हुए तमाम तुझे देखने के बाद

सुप्रभात 
सादर प्रणाम 
आज 19 जून अर्थात फादर्स डे है ।
आप सब को फादर्स डे की बहुत बहुत बधाई




भरी धूप में छाँव सरीखे
तूफ़ानों में नाव सरीखे
खुशियों में सौ चाँद लगाते
साथ-साथ आशीष पिता के


हाथ पकड़ कर
भरी सड़क को पार कराते
उठा तर्जनी
दूर कहीं गंतव्य दिखाते
थक जाने पर गोद उठाते
धीरे-धीरे कोई कहानी कहते जाते
साथ-साथ आशीष पिता के


दिन भर खटते
शाम ढले पर घर को आते
हरे बाग में खेल खिलाते
घास काटते
फूलों को मिल कर दुलराते
तार जोड़ते नल सुधराते
साथ-साथ आशीष पिता के


- पूर्णिमा वर्मन


आइए अब चलते है आज की प्रस्तुति की ओर ...■●






तपता सूर्य
बदहाल करे है
जीने न देता |

जलते पैर
दोपहर धूप में
कैसे निकलें |

बिन बदरा 
जल की है फुहार 
राहत मिली |
कारे बदरा 
झूम झूम बरसों 
इंतज़ार है |

        
कोई तो फ़ासला है जो तय नही होता  
सदियों का सफ़र लम्हे में तय नही होता ! 

अजनबी से रिश्तों की गवाही क्या  
महज़ कहने से रिश्ता तय नही होता !

गगन की ऊँचाइयों पर सवाल क्यों  
यूँ शिकायत से रास्ता तय नही होता ! 

        
देर रात एक हादसा हुआ,
ग़लती से चाँद झील में उतर गया,
मैंने देखा उसे,
सतह पर चुपचाप पड़ा था,
पर ज़िन्दा था, क्योंकि हिल रहा था.

मैं परेशान था कि उसे बचाऊं कैसे,
झील से उसे निकालूँ कैसे,
इसी उधेड़बुन में सुबह हो गई.


         हम भी हुए तमाम तुझे देखने के बाद


मैंने  किया  सलाम  तुझे  देखने  के  बाद ।

दिल को मिला मुकाम तुझे देखने के बाद ।।

शरमा  गया  है  चाँद  तुम्हारे  शबाब  पर ।
 खत में लिखा पयाम तुझे देखने के बाद ।।

आवाज आ  रही  तिरे  कूचे से रूह तक ।
ये  चैन   है  हराम  तुझे  देखने  के  बाद ।।



आज घर में बहुत चहलपहल थी। विदेश से छोटा बेटा और बहु आ चुके थे। आवभगत में कोई कमी न रहे उसके लिए सासु माँ एक पैर पर खड़ी थी। बड़ी बहु और बेटा भी बड़े शौक से अगवानी कर रहे थे।
बुआ जी ने हँसते हँसते कहा- क्या बात है भाभी, बहु पर कितना प्यार लुटाओगी।

सासु माँ ने बड़े प्यार से कहा- यह बिचारी तो कभी कभी आती है। सालों भर तो यह प्यार बड़ी के हिस्से आता है।

5 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात..
    शुभ कामनाएँ
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बधाई 'पाँच लिंकों का आनन्द' के सभी चर्चाकारों और ब्लागर पाठकों को । आज ब्लाग सेतु ब्लाग संकलक में प्रथम स्थान पर है । ब्लाग सेतु लिंक विजेट भी लगायें ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति ..

    जवाब देंहटाएं
  4. अच्छे लिंक्स. मेरी रचना को स्थान दिया. आभार

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

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