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शनिवार, 8 अगस्त 2015

अगस्त आजादी....इक्कीसवां अंक


अगस्त हम ना जाने कैसे भूल गए 
आजाद हिन्द का चर्चा करना भूले या जान बूझ के छोड़ गए
एक अकेला पोस्ट हो जिसमें केवल अगस्त आजादी के लिए हो





India Indian जो कहना है कहो फिरंगियों के कहने का हमें क्या परवाह
 हमें तो हिंद हिंदी का मान अभिमान हमेशा से रहा और हमेशा रहेगा


दुष्टान्न त्यागें
हिन्द मिट्टी का नशा
दुश्मनी भूलें



हिम मुकुट
सिंधु त्रि पाँव धोये
हिन्द नेमत




शून्य का मान
रश्मियाँ भू चूमती
हिन्द की शान




हर हिन्दू विवेकानन्द और हर मुस्लिम हो कलाम
हो जाए न कमाल का हिन्द
खूबसूरत सपना है
स्वप्न ही तो हम हिन्दुस्तानियों की ताकत है



पांच का मन्त्र
मुट्ठी बना जीत लेते जहां हैं हम

फिर मिलेंगे तब तक के लिए आखरी सलाम



विभा रानी श्रीवास्तव




7 टिप्‍पणियां:

  1. दीदी
    शुभ प्रभात
    बहुत ही शानदार पसंद है आपकी
    दुर्लभ को सुलभ करवाया आपने आज
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. हा हा बहुत खूब बहुत बढ़िया परिवार अंक । बहुत सुंदर सूत्र संयोजन ।

    जवाब देंहटाएं
  3. India ko asli naam de do---BHARATVARSH .. Hamari vividhta me ekta tou panchvi sadi se hai, chhoti chhoti riyaste , kitne dharam, ek dharam me kitne khand, sadhu mahatma sabhi dharmo me aur kitni hi bhasha ,, kitne videshi hamle aur haar seh ke bhi aaj fir se Mahaan .

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय आंटी...
    सुंदर हलचल मचाती हलचल।

    जवाब देंहटाएं

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