tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post939264915033226486..comments2024-03-19T05:37:59.189+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1883 ..प्रकृति से मौन संवाद, और अंतर्मन की चेतनाyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-48997570374078967992020-09-15T16:21:07.768+05:302020-09-15T16:21:07.768+05:30आप ने बहुत ही अच्छा पोस्ट लिखा हैं . यह काफी ज्ञान...आप ने बहुत ही अच्छा पोस्ट लिखा हैं . यह काफी ज्ञानवर्धक हैं ऐसे पोस्ट इन्टरनेट पर बहुत कम देखने को मिलते है <a href="https://www.hindidarshan.com/new-attitude-status-for-girl-in-hindi/" rel="nofollow">attitude status for girlin hindi</a>HINDIDARSHANhttps://www.blogger.com/profile/06002022482822089752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-35389319925106434312020-09-13T15:39:51.920+05:302020-09-13T15:39:51.920+05:30शानदार लेखन
स्वरांजलि satish rohatgiशानदार लेखन<br /><br />स्वरांजलि satish rohatgiSatish Rohatgihttps://www.blogger.com/profile/02012200200379299241noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-52818475965677107442020-09-12T14:05:55.961+05:302020-09-12T14:05:55.961+05:30आप सभी को नमन
आभार
सादरआप सभी को नमन<br />आभार<br />सादरदिव्या अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/17744482806190795071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-9636528335582027392020-09-12T06:57:09.685+05:302020-09-12T06:57:09.685+05:30प्रिय दी,
आपका स्नेह, मेरे लेखन पर आपकी स्नेहसिक्त...प्रिय दी,<br />आपका स्नेह, मेरे लेखन पर आपकी स्नेहसिक्त प्रतिक्रियाएँ सदैव मनोबल को संबल प्रदान करती रही हैंं दी।<br />जी दी आपने सदैव उत्साह बढ़ाया है। मेरी नयी पुरानी अच्छी या कम अच्छी सभी रचनाओं को आपका स्नेह समान रुप से मिलता रहा है।<br />रचना के मनोभावों का सूक्ष्म और सटीक विश्लेषण करने वाली आप जैसी पाठक पाकर हम ही नहींं यह चिट्ठा जगत समृद्ध है।<br />आपका साथ और आशीष सदा बरसता रहे।<br />सादर प्रणाम दी।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-78911480835547403422020-09-12T06:41:23.674+05:302020-09-12T06:41:23.674+05:30जी दी,
आपका स्नेह है दी।
आपका आशीष बना रहे।जी दी,<br />आपका स्नेह है दी।<br />आपका आशीष बना रहे।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-88652764981815641412020-09-12T06:40:25.964+05:302020-09-12T06:40:25.964+05:30आदरणीय विश्वमोहन जी,
आपका आशीष मेरी अति साधारण सी ...आदरणीय विश्वमोहन जी,<br />आपका आशीष मेरी अति साधारण सी रचनाओं को विशेष बना देता है।<br />अत्यंत आभार और शुक्रिया।<br />सादर प्रणाम।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-75799579706013918142020-09-12T06:36:30.737+05:302020-09-12T06:36:30.737+05:30प्रिय अनंता,
आपके इस सम्मान से अभिभूत हूँ।
आपके शब...प्रिय अनंता,<br />आपके इस सम्मान से अभिभूत हूँ।<br />आपके शब्दों ने मन उत्साह से भर दिया।<br />बहुत बहुत स्ने और शुक्रिया।<br />Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-8273290021087023842020-09-12T06:33:15.133+05:302020-09-12T06:33:15.133+05:30 प्रिय दिबू,
इस भावपूर्ण,स्नेहमयी प्रस्तुति के लि... प्रिय दिबू,<br /> इस भावपूर्ण,स्नेहमयी प्रस्तुति के लिए मेरा आशीष और स्नेह और शब्द नहीं सूझ रहे क्या कहें हम।<br /><br />पाँच लिंक परिवार का प्रेम और सहयोग मुझे सदैव मिलता रहा है आजीवन मन से आभारी रहूँगी मैं।<br />प्रिय यशोदा दी और दिग्विजय सर ने हर परिस्थिति में साथ दिया है।<br />प्रिय विभा दी का निश्छल आशीष सदा बरसता रहा है।<br />प्रिय पम्मी दी,रवींद्र जी,कुलदीप जी का भी समर्थन सदा मिला है।<br />अपनी भूली-बिसरी रचनाएँ पटल पर देखना-पढ़ना भाव विह्वल कर जाता है सदैव।<br />आप सभी का साथ और आशीर्वाद मिलता रहे यही प्रार्थना है।।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-58872281843102316942020-09-12T06:21:11.815+05:302020-09-12T06:21:11.815+05:30आदरणीय दीदी
आप इस ब्लॉग में
आयु पर्यंत रहेंगी
आप स...आदरणीय दीदी<br />आप इस ब्लॉग में<br />आयु पर्यंत रहेंगी<br />आप स्थाई चर्चाकार हो जाएँ... <br />मैं निवृत हो जाऊँ...<br />इस पंक्ति को आप भूल जाइए..<br />आप स्वस्थ रहिए, अपने हस्त रखिए<br />हमारे शीश पर..<br />सादर नमन..yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-55766712197890327842020-09-11T22:06:20.210+05:302020-09-11T22:06:20.210+05:30आज की प्रस्तुति तो "स्वर्णिम प्रस्तुति" ...आज की प्रस्तुति तो "स्वर्णिम प्रस्तुति" है। आदरणीया श्वेता मैम मेरे लिये भी अत्यंत आदर की पात्र हैं और उनकी रचनाएँ सदा ही नई प्रेरणा और विचारों से भर देतीं हैं और मन को आनंद से भर देतीं हैं।<br />उनके ब्लॉग पर न होने से छाया सूनापन बहुत खल रहा है। आशा है वे अपनी नई रचनाओं के साथ जल्दी ही लौट आयें।<br />आदरणीया मैम, आपकी यह स्नेह भरी प्रस्तुति मन को छू गयी, आपकी और भी प्रस्तुतियों के इयूए उत्सुक रहूँगी।<br /><br />आप सबों को मेरा प्रणाम।<br />Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3733021413721629312020-09-11T18:07:21.933+05:302020-09-11T18:07:21.933+05:30बहुत ही सुंदर प्रस्तुति! इस अंक की कविताओं पर बस इ...बहुत ही सुंदर प्रस्तुति! इस अंक की कविताओं पर बस इतना ही कि 'अद्भुत"!!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-88589928914671986322020-09-11T16:32:45.736+05:302020-09-11T16:32:45.736+05:30अश्कों का आँख से ढलना हमें अच्छा नहीं लगता
तड़पना,त...अश्कों का आँख से ढलना हमें अच्छा नहीं लगता<br />तड़पना,तेरा दर्द में जलना हमें अच्छा नहीं लगता<br />जैसी पंक्तियाँ फिर लिखो श्वेता। Apne ब्लॉग पर लौटो। हार्दिक स्नेह के साथ 🌹🌹💘💘रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3037598314597605382020-09-11T16:25:09.403+05:302020-09-11T16:25:09.403+05:30वाह, बहुत ही सुंदर अंक प्रिय दिव्या! बहुत ही मन...वाह, बहुत ही सुंदर अंक प्रिय दिव्या! बहुत ही मनभावन अंक जिस पर अत्यंत सधी स्नेहिल भूमिका। सच है ब्लॉग जगत में कम रचनाएँ लिखी जा रही हैं, जिसका मुझे भीआश्चर्य है। प्रिय श्वेता को भी लापता हुए अरसा बीत गया। एक दिन की चर्चाकारी से काम चला , फिर छिप जाती है। आज उसकी भावपूर्ण रचनाएँ मंच पर शोभायमान हैं जिसके लिए आप सराहना की पात्र हैं। श्वेता किसी परिचय की मोहताज नहीं। वो एक<br /> सुदक्ष रचनाकार है जिसका मखमली लेखन अपनी मिसाल आप है। उसकी रचनाओं के मोती साहित्य की धरोहर हैं। अपने मधुर व्यवहार और मनमोहक रचनाओं से ब्लॉग जगत में बहुत लोकप्रिय है। पांच लिंको की तो कल्पना भी उसके बिना नहीं की जा सकती।श्वेता से कहूंगी वो जल्द लौटे ब्लॉग पर। किसी बहाने से ब्लॉग से दूर जाने का प्रयास ना करे। प्रिय श्वेता को बहुत -बहुत शुभकामनाएं । आज के अंक में ली गयी पुरानी रचनाओं ने ब्लॉग के स्वर्णिम दिनोँ याद दिला दी। और दिव्या आप भी बहुत प्यारी है। आपकी प्रस्तुति हमेशा विशेष रहती हैं, मासूमियत से भरी हुई और बहुत भावपूर्ण भी। मेरी शुभकामनाएं और स्नेह आपके लिए। 🌹🌹💘💘🌹🌹रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-12912982892322121302020-09-11T13:17:31.003+05:302020-09-11T13:17:31.003+05:30शुभकामनाएं, सुंदर प्रस्तुतिशुभकामनाएं, सुंदर प्रस्तुतिगगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-27739596713145818272020-09-11T09:03:05.493+05:302020-09-11T09:03:05.493+05:30व्वाहहहह..
शाब्बाश..
सादर..व्वाहहहह..<br />शाब्बाश..<br />सादर..Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-55824248063047247532020-09-11T06:59:14.260+05:302020-09-11T06:59:14.260+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-85180619620820036172020-09-11T06:37:10.175+05:302020-09-11T06:37:10.175+05:30आभार प्यारी दिबू..
तैय्यार रहना आज
तेरी पिटाई करेग...आभार प्यारी दिबू..<br />तैय्यार रहना आज<br />तेरी पिटाई करेगी सखी..<br />पर चयन अच्छा है..<br />सादर..yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-68189643078626697562020-09-11T05:34:24.758+05:302020-09-11T05:34:24.758+05:30अनुराग प्रदर्शन का रोचक तरीका... सराहनीय... शुभकाम...अनुराग प्रदर्शन का रोचक तरीका... सराहनीय... शुभकामनाएं... आप स्थाई चर्चाकार हो जाएँ... मैं निवृत हो जाऊँ...विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09072118307751806926noreply@blogger.com