tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post9006964638402520270..comments2024-03-29T10:02:33.067+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 948....हम-क़दम का छठवाँ कदम....yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-56466513982743212192018-02-20T00:41:22.210+05:302018-02-20T00:41:22.210+05:30सामायिक भूमिका। बेहतरीन रचनाएं। मुझे भी शामिल करने...सामायिक भूमिका। बेहतरीन रचनाएं। मुझे भी शामिल करने के लिए आभार।<br />सादरअपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-71919026122880608752018-02-20T00:27:22.636+05:302018-02-20T00:27:22.636+05:30बेहतरीन प्रस्तुति जो साबित करती है कि एक ही विषय प...बेहतरीन प्रस्तुति जो साबित करती है कि एक ही विषय पर, वो भी 'खलल' जैसे नीरस शब्द को लेकर भी विविध रसों का सृजन किया जा सकता है.... मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ सभी को ! खलल और तितली वाले चित्र पर मैंने गद्य रचनाएँ तैयार की थीं किंतु समयाभाव के कारण उन्हें भेज नहीं पाई इसका मलाल तो है किंतु साथियों की अभिव्यक्तियों को पढ़ना एक बेहतरीन अनुभव भी है। Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-53751869167124706462018-02-20T00:08:33.895+05:302018-02-20T00:08:33.895+05:30समसामयिक भूमिका के साथ लाजवाब प्रस्तुति करण...
खलल...समसामयिक भूमिका के साथ लाजवाब प्रस्तुति करण...<br />खलल पर एक से बढ़कर एक बहुत ही उम्दा रचनाओं का सृजन ....<br />सभी रचनाकारों को बधाई....<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-68063197554294513882018-02-19T22:13:38.071+05:302018-02-19T22:13:38.071+05:30प्रिय श्वेता जी -सार्थक चिंतन से भरी भूमिका और &#...प्रिय श्वेता जी -सार्थक चिंतन से भरी भूमिका और ' खलल ' पर समर्थ रचनाकारों का अद्भुत नजरिया !! बहुत खूब !!मेरी रचना को लेने के हार्दिक आभार आपका | सभी साथी रचनाकारों को हार्दिक बधाई | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-20905959244599536542018-02-19T19:52:37.404+05:302018-02-19T19:52:37.404+05:30देश की समृद्धि में खलल डालने की हरसंभव कोशिश कर रह...देश की समृद्धि में खलल डालने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं चतुर लुटेरे।<br />समसामयिक भूमिका के साथ आज के विषय पर एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़ने के लिए प्रकाशित हुई है।<br />सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।<br />अगला विषय कल के अंक में जरूर देखिएगा।Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-59415108835802015632018-02-19T17:13:13.833+05:302018-02-19T17:13:13.833+05:30प्रस्तुति की पूर्व की चर्चा वर्तमान प्रसंग के संदर...<br />प्रस्तुति की पूर्व की चर्चा वर्तमान प्रसंग के संदर्भ में बहुत सार्थक है। जहाँ नाम तो एक व्यक्ति का प्रकाश में आता है परन्तु दोष उससे जुड़े भ्रष्टाचारी राजतंत्र का है। चारित्रिक पतन से देश का इतनी बार पतन होने के बावज़ूद कुछ लोग व्यक्तिगत स्वार्थ से बाज नहीं आते।प्रगति में 'ख़लल ' डालते ही रहते हैं। <br /><br />निर्वेद ,प्रेम ,देशभक्ति,रिश्ते ,प्रकृति ,सपने जैसे विषयों में 'ख़लल ' शब्द को स्थान देकर रचनाकारों ने शब्द की शक्ति का अहसास करा दिया। सभी रचनाकारों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए अभिनंदन। मेरी रचना को स्थान देने के लिए सादर आभार। <br /><br /><br />पल्लवी गोयल https://www.blogger.com/profile/03623783654571298097noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-90589609588420374542018-02-19T14:02:51.987+05:302018-02-19T14:02:51.987+05:30हमेशा की तरह हलचल का यह अंक भी बेमिसाल ! साहित्य स...हमेशा की तरह हलचल का यह अंक भी बेमिसाल ! साहित्य सृजन के इस पथ पर अपना हमकदम बना कर आपने मुझे एक कदम और अपने साथ चलने का अवसर दिया हृदय से आभारी हूँ ! सभी रचनाएं अनुपम ! सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-16710487637478797342018-02-19T13:54:27.773+05:302018-02-19T13:54:27.773+05:30हम सब नीरव मोदी पर चिल्ला रहे हैं पर जिन्होंने उसे...हम सब नीरव मोदी पर चिल्ला रहे हैं पर जिन्होंने उसे यह करने का रास्ता दिखाया, सहायता की, अपना घर भरा उन पर कब जेल का ताला लगेगा ? पंजाब नेशनल बैंक का एम डी सुनील मेहता बिना किसी तनाव के ब्यान देता है किसी को नुक्सान नहीं होगा, बैंक सक्षम है ! मेहता जी, बैंक को सक्षम हम हीं ने तो बनाया है, भरोसा कर के, पैसे लौटाने भी हुए तो ठीकरा हमारे ही सर फूटेगा ! तुम तो कुछ देने से रहे। हर बार मध्यम वर्ग ही "काम" आता है ! पता नहीं यह गरीब की जोरू कब तक सबकी भाभी बनती रहेगी !! गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-63115869065687717892018-02-19T12:30:16.501+05:302018-02-19T12:30:16.501+05:30वाह!बहुत बढिया..भूमिका सारगर्भित है।
सभी रचनाएं अन...वाह!बहुत बढिया..भूमिका सारगर्भित है।<br />सभी रचनाएं अनुपम..मेरी रचना को स्थान देने के लिए धन्यवाद।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-56163087485425548972018-02-19T11:50:29.915+05:302018-02-19T11:50:29.915+05:30वाह!!बहुत सुंंदर प्रस्तुति । सभी रचनाएँ एक से बढकर...वाह!!बहुत सुंंदर प्रस्तुति । सभी रचनाएँ एक से बढकर एक...मेरी रचना को स्थान देने हेतु ह्रदयतल से आभार ...भूमिका का विषय वाकई सोचनीय है ,आम जनता का पैसा ,खून पसीने की कमाई...कितनी आसानी से खाना .....यही विडम्बना है हमारे देश की । शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-9548728660058581722018-02-19T11:45:00.032+05:302018-02-19T11:45:00.032+05:30बहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति बहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26588102763905755112018-02-19T11:24:59.034+05:302018-02-19T11:24:59.034+05:30बहुत खूबसूरत प्रस्तुतिकरण
सभी चयनित रचनाकारों को ब...बहुत खूबसूरत प्रस्तुतिकरण<br />सभी चयनित रचनाकारों को बधाई NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-16688348692086861552018-02-19T09:12:03.658+05:302018-02-19T09:12:03.658+05:30बहुत सुन्दर।बहुत सुन्दर।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-64553379066454643342018-02-19T08:52:42.687+05:302018-02-19T08:52:42.687+05:30बहुत उम्दा रचनायें
बहुत खूबसूरत प्रस्तुतिकरणबहुत उम्दा रचनायें<br />बहुत खूबसूरत प्रस्तुतिकरणLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-80425363944512117182018-02-19T07:38:39.450+05:302018-02-19T07:38:39.450+05:30शुभप्रभात......
सुंदर चर्चा.....
आभार आदरणीय आप का...शुभप्रभात......<br />सुंदर चर्चा.....<br />आभार आदरणीय आप का.....<br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-11641793566093557812018-02-19T06:56:00.187+05:302018-02-19T06:56:00.187+05:30आज की ये "खलल" प्रस्तुति, विचारों को उद्...आज की ये "खलल" प्रस्तुति, विचारों को उद्वेलित कर गई। मैं भी एक सरकारी बैंक का executive हूं तथा इस घटना से उतना ही आहत हू जितना की अन्य। सन 2006 से 2010 के बीच अपने मुम्बई पदस्थापना के दौरान "गीतांजली" ग्रुप को ॠण संबंधी बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने का अवसर मुझे मिला था और मुझे ऐसा कुछ भी प्रतीत नहीं हुआ था। संभावनाओं के परे क्या-क्या घटित हो सकता है, यह सोच कर भी मैं विस्मित और आहत हूं। आज की इस प्रस्तुति हेतु हलचल से जुड़े समस्तजन का अभिवादन ....पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-62613580374130310232018-02-19T04:21:16.301+05:302018-02-19T04:21:16.301+05:30शुभ प्रभात
आम जनता का जमा पैसा
खाने के लिए ही होता...शुभ प्रभात<br />आम जनता का जमा पैसा<br />खाने के लिए ही होता है<br />पर उसे जनता स्वयं नहीं खा सकती<br />और लोग खा लेते है<br />सोचनीय विषय<br />आशातीत प्रविष्टियाँ<br />नामुराद ख़लल भी न<br />अपनी हैसियत का <br />अहसास करवा ही दिया<br />साधुवाद<br />सादर<br /><br /><br />yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com