tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post8179251554235251680..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 2096 --- फरिश्ते आ कर उनके जिस्म पर खुशबू लगाते हैं yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26060398622115251062021-04-13T08:54:16.499+05:302021-04-13T08:54:16.499+05:30प्रिय रेणु ,
तुम्हारी प्रतिक्रिया का हमेशा इंतज़ार ...प्रिय रेणु ,<br />तुम्हारी प्रतिक्रिया का हमेशा इंतज़ार रहता है , क्योंकि तुम अपनी टिप्पणी में सटीक व्याख्या कर देती हो , मैं कमी जानने के लिए ज्यादा उत्सुक रहती हूँ । क्योंकि तभी न कुछ बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी । <br />तुमको सभी लिंक्स की रचनाएं पसंद आईं ,यह जान कर प्रसन्नता हुई । <br />सस्नेह संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-48040218427565669092021-04-13T08:49:29.221+05:302021-04-13T08:49:29.221+05:30सुधा जी ,
मैं तो आपकी इस कविता की प्रशंसक हूँ ,क्य...सुधा जी ,<br />मैं तो आपकी इस कविता की प्रशंसक हूँ ,क्या सटीक शब्दों से हर बात को उभारा है । वैसे आपके ब्लॉग पर गयी तो थी कोई लघु कथा लाने । लेकिन यह कविता पढ़ते ही सब कुछ भूल भाल कर इस मंच पर लाने का मन हो आया । इसमें मेरा नहीं बल्कि आपके लेखन का कमाल है । अधिकतर मैं पुरानी रचनाएँ इसलिए लाती हूँ क्यों कि जब तक कोई नया ब्लॉगर स्थापित होता है तब तक उसकी बेशकीमती कई रचनाएँ पाठकों द्वरा बिना पढ़े ही रह जाती हैं जैसे कि आपकी ये कविता । <br />प्रस्तुति पसंद आने के लिए हृदयतल से आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-78600662180263940092021-04-13T08:42:14.390+05:302021-04-13T08:42:14.390+05:30भारती जी ,
प्रशंसा हेतु आभार ।भारती जी , <br />प्रशंसा हेतु आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-35098614985977850622021-04-13T08:41:37.422+05:302021-04-13T08:41:37.422+05:30प्रिय अनंता ,
आपकी प्रतिक्रिया से मन में संतुष्टि ...प्रिय अनंता ,<br />आपकी प्रतिक्रिया से मन में संतुष्टि हुई । आपको मेरे द्वारा किया चयन रुचिकर लगा इसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया । <br />सस्नेह संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-62569562170935917232021-04-13T00:13:06.486+05:302021-04-13T00:13:06.486+05:30एक शानदार अंक प्रिय दीदी। रोचक लेख और अनमोल कविताए...एक शानदार अंक प्रिय दीदी। रोचक लेख और अनमोल कविताएँ पढ़कर बहुत अच्छा लगा। सभी रचनाकारों को नमन। सलिल जी को अक्सर पढती हूँ तो अनुप्रिया जी को पहली बार पढ़ा। प्रतिभा की तो कमाल है तो ज्योति जी और सुधा जी बेमिसाल हैं। सब आपका श्रम और उपकार है जो नायाब लिंकों तक पहुंचाया। कोटि आभार और प्रणाम 🙏🌹❤🌹❤रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-65930223044457019352021-04-12T23:39:49.947+05:302021-04-12T23:39:49.947+05:30हलचल के मंच पर आप और आपकी प्रस्तुति अपने अनोखे अं...हलचल के मंच पर आप और आपकी प्रस्तुति अपने अनोखे अंदाज एवं अद्भुत लेखन शैली हम पाठकों के मन में भी अपार हलचल पैदा कर रही है आ.संगीता जी !<br />एक से बढ़कर एक उम्दा लिंकों के साथ अपनी पुरानी रचना वह भी आपकी सराहनासम्पन्न सारगर्भित प्रतिक्रिया के साथ पाकर मन बाग-बाग हो गया...।<br />पुरानी रचनाओं में बहुत सारी अनमोल प्रतिक्रियाएं जो मेरे लिए पुरस्कार स्वरूप थी उनके न होने पर मन व्यथित रहता है आज फिर से सभी प्रबुद्धजनों की प्रतिक्रियाओं से इतनी खुशी मिली कि बयां नहीं कर सकती। मैं आप सभी की तहेदिल से आभारी हूँ एवं आ.संगीता जी का हृदयतल से धन्यवाद करती हूँ कि उन्होंने मुझे यहाँ स्थान दिया।<br />इतनी श्रमसाध्य एवं शानदार प्रस्तुति हेतु बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।🙏🙏🙏🙏Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-59133467932373357242021-04-12T23:15:11.134+05:302021-04-12T23:15:11.134+05:30अनमोल रचना संकलनअनमोल रचना संकलनBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-22506228968841823622021-04-12T21:48:43.284+05:302021-04-12T21:48:43.284+05:30आदरणीया मैम,
अत्यंत रोचक और अनंदकर प्रस्तुति सदा ...आदरणीया मैम,<br />अत्यंत रोचक और अनंदकर प्रस्तुति सदा की तरह। सभी रचनाएँ सुंदर और सशक्त हैं। लुगाइयाँ दैनिक जीवन पर आधारित एक रोचक और हास्यास्पद लेख है जो हर स्त्री को प्रेरणा भी देती है। "मुझे हर बार" कविता भी बहुत सुंदर और सुखद रचना लगी जिसने मन में आनंद भर दिया। "तुम और वो"एक बहुत सुंदर कविता जो मुझे लगता है कि हर पुरुष को पढ़नी चाहिए।<br />फरिश्ते आकर उनके जीएम पर खुशबू लगाते हैं एक बहुत ही अंदर लेख है जो अंत में समाज की विसंगति को दर्शाकर एक करुण अंत के साथ खत्म होता है। हर एक रचना बहुत ही सशक्त और सुंदर थी। हृदय से आभार इस सुंदर और अनंदकर प्रस्तुति के लिए जिस से बहुत से नए विचार और नयी जानकरियाँ मिली व आप सब को प्रणाम।<br /><br /> Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-59108735832435455622021-04-12T21:47:30.844+05:302021-04-12T21:47:30.844+05:30गिरीश जी ,
आज आपके आने से मेरी चर्चा सफल हो गयी ।...गिरीश जी , <br />आज आपके आने से मेरी चर्चा सफल हो गयी । हार्दिक आभार 🙏🙏संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-91679224433785036822021-04-12T21:19:14.427+05:302021-04-12T21:19:14.427+05:30बहुत बढिया।बहुत बढिया।girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-53058247741569588202021-04-12T19:55:51.676+05:302021-04-12T19:55:51.676+05:30प्रिय ज्योति ,
अरे! इतना भावुक होने की तो कोई बात...प्रिय ज्योति , <br />अरे! इतना भावुक होने की तो कोई बात ही नहीं है । बस यूँ ही ब्लॉग्स पर घूमते घूमते पढ़ती रहती हूँ और जो रचना पसंद आती है उसे इस मंच पर लगाने के लिए ले आती हूँ , चहहति हूँ कि ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ सकें । तुम तो हमारे उस समय से ही साथ हो जब हम लोगों की ब्लॉगिंग चरम पर थी , हम लोग ब्लॉगिंग से विमुख हो गए लेकिन तुम पर फख्र है कि तुम अब तक नियमित लिख रही हो । सदैव यूँ ही अपनी भावनाएं और विचार रचती रहो । शुभकामनाएँ । <br />सस्नेह संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-25809648966249345642021-04-12T19:00:22.873+05:302021-04-12T19:00:22.873+05:30टाइप के समय कुछ गलतियां हो गई उन्हें सुधार कर पढ़ ...टाइप के समय कुछ गलतियां हो गई उन्हें सुधार कर पढ़ लीजियेगा, जैसे याद दिला दी, ब्लोगरों के कंमेंट आदि, शुक्रियाज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3804028994894115852021-04-12T18:54:16.883+05:302021-04-12T18:54:16.883+05:30संगीता जी, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है क्या बोलू, आश...संगीता जी, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है क्या बोलू, आश्चर्यचकित हूँ ये 2009 की रचना जिसे मैं खुद भूल गई थी उसे आपने इस चर्चा मे शामिल करके मुझे पुराने दिनों की याद दिला, कितने पुराने ब्लॉगर की कंमेंट को वापस पढ़ी , आँखे नम हो गई, पुराने लोगों के साथ नये लोगों को जुड़ते देखा तो बहुत ही खुशी हुई,तहे दिल से शुक्रिया करती हूँ आपका जो आपने मुझे इस काबिल समझा , बहुत भावुक हो गई हूँ, कुछ कह नही पा रही ,हार्दिक आभार, आपकी मेहनत को सलाम । शानदार प्रस्तुति, सर्वश्रेष्ठ रचनाएँ , सभी को हार्दिक शुभकामनाएंज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-18876814442490358002021-04-12T18:32:28.138+05:302021-04-12T18:32:28.138+05:30शुक्रिया अनुराधा । शुक्रिया अनुराधा । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-55402847498916615412021-04-12T18:32:04.136+05:302021-04-12T18:32:04.136+05:30प्रिय श्वेता ,
हर लिंक्स पर तुम्हारी सटीक और सुं...प्रिय श्वेता , <br /> हर लिंक्स पर तुम्हारी सटीक और सुंदर प्रतिक्रिया मन को उत्साहित कर रही है । तुमको सभी लिंक्स की रचनाएं पसंद आईं ,जान कर अच्छा लगा । <br />सस्नेह संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3136712801082093852021-04-12T16:38:14.899+05:302021-04-12T16:38:14.899+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति।बहुत सुंदर प्रस्तुति।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-91089508405662476202021-04-12T16:22:30.710+05:302021-04-12T16:22:30.710+05:30सलिल जी ,
आपको पुनः इन गलियों में विचरता देखना चा...सलिल जी , <br />आपको पुनः इन गलियों में विचरता देखना चाहती हूँ । ये गलियाँ यूँ ही तो गुलज़ार नहीं होंगी .... अब तो थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी । आपकी तो बहुत सी पोस्ट ऐसी हैं जिन्हें पढ़ना चाहिए । आप यहाँ आये , अपनी प्रतिक्रिया दी इसके लिए तहे दिल से शुक्रिया । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-7834534338621745752021-04-12T16:18:13.468+05:302021-04-12T16:18:13.468+05:30शुक्रिया शिखा । यूँ ही प्रेरित करती रहो ।शुक्रिया शिखा । यूँ ही प्रेरित करती रहो ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-15488665217229254102021-04-12T15:41:35.632+05:302021-04-12T15:41:35.632+05:30प्रिय दी,
सादर प्रणाम।
चिट्ठा समुंदर से आपके द्व...प्रिय दी,<br />सादर प्रणाम।<br /><br /> चिट्ठा समुंदर से आपके द्वारा निकाले गये पाँच बेशकीमती मोतियों की शोभा अप्रतिम है।<br />नये-पुराने चिट्ठों का समन्वय लाज़वाब लगा।<br />प्रतिभा जी की रचना में स्त्रियों की मानसिकता का गज़ब विश्लेषण,अनुप्रिय जी के द्वारा भावनाओं का सुंदर संयोजन, ज्योति जी की विरक्ति मानव मन के आरोह-अवरोह का सुंदर दर्शन है, सुधा जी ने तो अंतस भिगो दिया बेहद क़माल लिखा है और आदरणीय सलिल सर के अद्भुत लेखन ने निःशब्द कर दिया।<br />रचनाओं के साथ संलग्न आपकी प्रतिक्रिया आज का अंक <br />विशेष बना रही।<br />अत्यंत सुंदर एवं सराहनीय संकलन दी बहुत अच्छी लगी।<br /><br />सप्रेम<br />सादर।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-34942962157124832482021-04-12T15:40:05.419+05:302021-04-12T15:40:05.419+05:30दीदी!
सुबह की व्यस्तता के मध्य सारी लिंक्स को देखा...दीदी!<br />सुबह की व्यस्तता के मध्य सारी लिंक्स को देखा, पढ़ा और गुना... पुराना समय याद किया... इन्हीं गलियों में कभी कितनी स्वतंत्रता से घूमा करते थे और आज यही गलियाँ अनजान लग रही हैं। आशा करता हूँ कि ये गलियाँ फिर से गुलज़ार होंगी। <br />मेरी एक पुरानी पोस्ट को स्थान देने के लिये धन्यवाद!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3658132296838717832021-04-12T13:06:34.556+05:302021-04-12T13:06:34.556+05:30दिलचस्प चर्चा, बढ़िया लिंक्स। दिलचस्प चर्चा, बढ़िया लिंक्स। shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-29237246657325796472021-04-12T12:00:00.465+05:302021-04-12T12:00:00.465+05:30क्या बात है उषा जी । आज तो सुबह सुबह चर्चा और लिंक...क्या बात है उषा जी । आज तो सुबह सुबह चर्चा और लिंक्स पढ़ लिए गए । <br />एक दो जगह मोडरेशन लगा हुआ है । इस लिए टिप्पणियाँ तुरंत प्रकाशित नहीं होतीं । <br />आपकी प्रतिक्रिया उत्साह बढ़ाती है ।<br />शुक्रिया संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-42766081847293121362021-04-12T11:58:03.839+05:302021-04-12T11:58:03.839+05:30आभार , प्रतिभा जी । आपका आना मेरे लिए आशीर्वाद है ...आभार , प्रतिभा जी । आपका आना मेरे लिए आशीर्वाद है ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-76363561515852175122021-04-12T11:57:19.778+05:302021-04-12T11:57:19.778+05:30शुक्रिया यशोदा, तुमको कुछ नया मिला , अच्छा लगा जान...शुक्रिया यशोदा, तुमको कुछ नया मिला , अच्छा लगा जान कर ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-61904369867396714582021-04-12T08:25:45.709+05:302021-04-12T08:25:45.709+05:30
सुबह- सुबह ही आपकी लिंक देखी....लुगाइयाँ ‘और `फ़र...<br />सुबह- सुबह ही आपकी लिंक देखी....लुगाइयाँ ‘और `फ़रिश्ते आकर उनके बदन पर खुशबू लगाते है!’...हैडिंग पढ़ कर ही मन में आनन्द छा गया और सारी पोस्ट फटाफट पढ़ कर कमेन्ट भी कर आई. एक दो पर कई बार कोशिश करने पर भी दर्ज नहीं हो सकी...बाकी सभी के भी लिंक बढ़िया...बधाई आपको और सभी रचनाकारों को👏👏👏उषा किरणhttps://www.blogger.com/profile/14723538513393658010noreply@blogger.com