tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post7930810841615475078..comments2024-03-29T10:58:44.841+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1347..हम-क़दम का तिरसठवाँ अंकyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-389292543145592972019-03-26T09:32:14.962+05:302019-03-26T09:32:14.962+05:30सुप्रभात
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन...सुप्रभात <br />मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद |<br />हमकदम का यह अंक बहुत शानदार |<br /><br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-19192145094092659482019-03-25T20:46:42.260+05:302019-03-25T20:46:42.260+05:30बहुत ही लाजवाब प्रस्तुति वसंत की विभिन्न रंगीनियों...बहुत ही लाजवाब प्रस्तुति वसंत की विभिन्न रंगीनियों<br />से महकती सभी रचनाएं बहुत ही सुन्दर और संग्रहणीय.... मेरी रचना को स्थान देने के लिए हृदयतल से आभार श्वेता जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-17674714307718007842019-03-25T16:30:43.284+05:302019-03-25T16:30:43.284+05:30बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति शानदार रचनाएं सभी रचनाका...बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति शानदार रचनाएं सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार श्वेता जीAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-67350832404611338482019-03-25T12:54:49.444+05:302019-03-25T12:54:49.444+05:30बहुत-बहुत सुंदर संकलन। बंसत छा गया है।बहुत-बहुत सुंदर संकलन। बंसत छा गया है।Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-48556688409286909962019-03-25T12:19:28.852+05:302019-03-25T12:19:28.852+05:30अप्रतिम सुंदर अभिराम प्रस्तुति श्वेता आपकी,जैसे मन...अप्रतिम सुंदर अभिराम प्रस्तुति श्वेता आपकी,जैसे मन पर ही बसंत आ बैठा इठलाके।<br />सभी रचनाएं मधुरस छलकाती। <br />सभी रचनाकारों को शानदार सृजन के लिए बधाई।<br />मेरी दो रचनाओं को हमकदम के बसंती केनवास पर अकिंत करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया।<br />सभी के जीवन में सदा बसंत मुस्कुराता रहे।<br />सस्नेह। <br /><br />पांच लिंकों पर देखो कैसा मदमाता बसंत छाया<br />जैसे आम्र मंजरियों पर उद्धाम यौवन लहराया<br />करो कुसुमाकर ऋतु का अब विदाई सोपान आयोजन<br />जाओ बसंत¡आना लेकर फिर दीप्त दिशाओं के वातायन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-87430571908617777812019-03-25T11:03:31.133+05:302019-03-25T11:03:31.133+05:30वाह!!श्वेता, फूलों की मीठी खुशबू सा सुगंधित मनभावन...वाह!!श्वेता, फूलों की मीठी खुशबू सा सुगंधित मनभावन अंक !!👌सभी रचनाएँ लाजवाब!शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-23948332378380612782019-03-25T10:59:19.466+05:302019-03-25T10:59:19.466+05:30वसंत की मदमाती, खिलखिलाती, महकती ऋतु में इतनी सुन्...वसंत की मदमाती, खिलखिलाती, महकती ऋतु में इतनी सुन्दर रचनाओं ने मन सुमन को और कुसुमित कर दिया ! सभी रचनाकारों का हार्दिक अभिनन्दन एवं मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ! मेरी दोनों रचनाओं को आज के संकलन में स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-43750430020976140822019-03-25T10:48:35.595+05:302019-03-25T10:48:35.595+05:30बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम ...बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार श्वेता जी।<br />Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-87541011977657602312019-03-25T10:33:00.533+05:302019-03-25T10:33:00.533+05:30पपीहे की प्यासी पुकार में,
चिर संचित अनुराग अनंत...पपीहे की प्यासी पुकार में,<br />चिर संचित अनुराग अनंत है/<br />सृष्टि का यह चेतन क्षण है,<br />अलि! झूमो आया वसंत है!!!!!!!!!!<br />बहुत खूब प्रिय श्वेता - बसंत की विदा की बेला मे हमकदम का बासंती उत्सव बहुत मनभावन है सभी रचनाकारों को सुप्रभात और अभिवादन साथ में हार्दिक शुभकामनायें | सभी को नमन जिन्होंने शब्दों में सजीव बसंत खिलाया है | सब के जीवन में बसंत अमर हो , अटल हो यही कामना है | बसंत पर नयी रचना अधूरी रही जिसका अफ़सोस था लेकिन मंच ने मुझे भुलाया नहीं मेरी पुरानी रचना जोड़कर मुझे अनुगृहित किया जिसके लिए आभारी हूँ |तुम्हे विशेष आभार और मेरा प्यार | कुछ पंक्तियाँ बसंत के नाम मेरी भी --------<br />खिलो बसंत -- झूमे दिग्दिगंत --<br /> सृष्टि - प्रांगण में उतरे <br />सुख के सुहाने सूरज अनंत | <br /> झूमो रे !गली-गली ,उपवन उपवन ;<br /><br /> लुटाओ नव सौरभ का अतुलित धन <br /><br />फैलाओ करुणा- प्रेम उजास .<br /> ना हो आम कोई ना हो खास ;<br />आह्लादित हो ये मन आक्रांत !<br />खिलो बसंत-- झूमे दिग्दिगंत !!!!!!! <br />पुनः हार्दिक स्नेह के साथ |<br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3270451595208397782019-03-25T10:30:19.253+05:302019-03-25T10:30:19.253+05:30वाह ! वासन्ती मौसम को कितनी सहजता से आपने चारों और...वाह ! वासन्ती मौसम को कितनी सहजता से आपने चारों और बिखेर दिया है..अब वसंत के सिवा कुछ नजर ही नहीं आता..एक खिड़की से कच्ची अमिया की खुशबू आ रही है, दूसरी से निम्बू के फूलों की मदमाती गंध..पहले भी आती थी पर अब बात कुछ और है...बधाई इस सुंदर संकलन के लिए..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-53073744432408670232019-03-25T08:28:34.276+05:302019-03-25T08:28:34.276+05:30बहुत सुन्दर संकलन।बहुत सुन्दर संकलन।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-12958434099158164052019-03-25T05:59:44.760+05:302019-03-25T05:59:44.760+05:30वाहः वाहः
बेहद सुंदर संग्रहनीय संकलनवाहः वाहः<br />बेहद सुंदर संग्रहनीय संकलनविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-28246636812814388432019-03-25T05:45:19.741+05:302019-03-25T05:45:19.741+05:30शुभ प्रभात...
सखि वसन्त आया ।
भरा हर्ष वन के मन,
न...शुभ प्रभात...<br />सखि वसन्त आया ।<br />भरा हर्ष वन के मन,<br />नवोत्कर्ष छाया ।<br />किसलय-वसना नव-वय-लतिका<br />मिली मधुर प्रिय-उर तरु-पतिका,<br />मधुप-वृन्द बन्दी--<br />पिक-स्वर नभ सरसाया ।<br />निराला जी की उत्तम कृति<br />बेहतरीन प्रस्तुति...<br />आभार..<br />सादर....Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.com