tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post7257599137498995716..comments2024-03-19T05:37:59.189+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1128... अवरुद्धyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-50980785743408416052018-08-18T22:51:37.098+05:302018-08-18T22:51:37.098+05:30 आदरणीय दीदी -- सादर प्रणाम | हृदिक आभार और नमन इत... आदरणीय दीदी -- सादर प्रणाम | हृदिक आभार और नमन इतने सुंदर लिंकों तक पहुँचाने के लिए |आपके संजोये लिंक बहुत ही उम्दा होते हैं | लगता है पूरे सप्ताह खोज बीन चलती है | पर एक दिक्कत है प्राय दुर्लभ लिंकों पर टिप्पणी करना संभव नहीं होता | मात्र दो पर लिख पायी हूँ पर पहुँच सब तक गयी सभी को सस्नेह बधाई | आपको भी हार्दिक बधाई इतने दुर्लभ विषय पर सार्थक सामग्री जुटाने के लिए | सादर -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-50133204784734620122018-08-18T21:43:31.944+05:302018-08-18T21:43:31.944+05:30अद्भुत प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बधाई ।अद्भुत प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बधाई ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-23411241958838246012018-08-18T15:15:52.618+05:302018-08-18T15:15:52.618+05:30बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण प्रस्तुति आदरणीया बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण प्रस्तुति आदरणीया Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-57720634720540347932018-08-18T14:07:12.379+05:302018-08-18T14:07:12.379+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिNITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-86156188485225608252018-08-18T13:39:20.415+05:302018-08-18T13:39:20.415+05:30अच्छी रचनाये हैं. धन्यवाद् अच्छी रचनाये हैं. धन्यवाद् dr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-68376119086938720322018-08-18T13:05:45.708+05:302018-08-18T13:05:45.708+05:30बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-10148378337002731292018-08-18T09:43:48.976+05:302018-08-18T09:43:48.976+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिNITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-78645495802592030112018-08-18T08:31:30.656+05:302018-08-18T08:31:30.656+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति।बहुत सुन्दर प्रस्तुति।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-53589057027452740942018-08-18T08:17:35.247+05:302018-08-18T08:17:35.247+05:30सुप्रभात..
बहुत सुंदर विचारणीय प्रस्तुति
धन्यवाद।सुप्रभात..<br />बहुत सुंदर विचारणीय प्रस्तुति<br />धन्यवाद।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-23876362720465629872018-08-18T07:49:19.841+05:302018-08-18T07:49:19.841+05:30वाह्हह...अद्भुत प्रस्तुति दी...👌👌👌
आपकी प्रस्तु...वाह्हह...अद्भुत प्रस्तुति दी...👌👌👌<br />आपकी प्रस्तुति वैसे भी सबसे अलग होती है।<br />दी सारी रचनाएँ बढ़िया है।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-88847679444188802322018-08-18T07:17:27.187+05:302018-08-18T07:17:27.187+05:30ये लीक से हटकर है
वाकई लीक से हटकर
एकदम नया ...फै...ये लीक से हटकर है<br />वाकई लीक से हटकर <br />एकदम नया ...फैलती हुई नीरसता के रस्ते में अवरुद्ध।<br />नई सोच,नई किरण और आज लगा है कि सालों बाद सवेरा हुआ है।<br /><br />ये एक लेवल है<br />जिसे हर कोई छूना चाहता है।<br />ये हुई एक सार्वजनिक मंच वाली बात।<br />जब तक वाद नहीं तब तक विचारों का नवीनीकरण नहीं हो सकता है।<br />भावों का नाम कविता है<br />फिर चाहब अल्फ़ाज़ लयबद्ध हो चाहे लयमुक्त।<br />भाव जो कवयित्री या कवि के मन मे है हु-ब-हु लिखें जाने चाहिए।<br />शब्दों को लयबद्ध करने के चक्कर में कई बार भाव पीछे छूट जाते हैं।<br />अतुकांत कविता साहित्य की आधुनिक काल से सम्बंधित है।<br /><br />सच मे आज जैसी हलचल कोरी कल्पना लगती थी।Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-33352437988010175502018-08-18T05:30:28.262+05:302018-08-18T05:30:28.262+05:30शुभ प्रभात दीदी
सादर नमन
झंकृत हो रही अंतर्वीणा,
फ...शुभ प्रभात दीदी<br />सादर नमन<br />झंकृत हो रही अंतर्वीणा,<br />फिर क्यों यह कंठ अवरुद्ध है<br />नव संकल्प का उल्लास है,<br />पर फिर भी मन क्यों क्षुब्ध है ?<br />सदा से अलग<br />इश्पेशियल प्रस्तुति<br />सादर<br />yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com