tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post5277937150435501077..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1598....धरती स्त्रियों के लायक़ नहीं रही ...yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-27432283483382277132019-12-01T22:20:47.206+05:302019-12-01T22:20:47.206+05:30बहुत ही भावपूर्ण अंक आदरणीय दीदी | शीर्षक से ना जा...बहुत ही भावपूर्ण अंक आदरणीय दीदी | शीर्षक से ना जाने क्यों मन बहुत भावुक हो गया | सचमुच धरती तो नहीं अपना देश बेटियों के रहने योग्य नहीं रहा |सीता सावित्री के देश में नारी खासकर बेटियों के साथ जो हो रहा है , भीतर क्षोभ और बेबसी पैदा करता है |सभी अंक अत्यंत पठनीय और सराहनीय हैं सभी रचनाकारों को सस्नेह शुभकामनायें | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-8682552704798295892019-12-01T22:15:22.456+05:302019-12-01T22:15:22.456+05:30प्रिय रोहितास , आपकी रचना बेहद मार्मिक और स्तब्ध ...प्रिय रोहितास , आपकी रचना बेहद मार्मिक और स्तब्ध करने वाली है | सचमुच हम लोग आत्ममुग्ध हैं | हमें शायद कुछ फर्क नहीं पड़ रहा | भले ही इन आतिशबाजियों से कोई मजे में ना हो पर सब अभ्यस्त हो चुके हैं||इस तरह की खबरें सुनने के | भारत की बेटियों की ये दुर्दशा आज बस दो घड़ी के शोक और मोमबत्तियों की मोहताज होकर रह गयी है| दो मिनट आकुल- व्याकुल हो हम फिर दुनियादारी में लिप्त हो जाते हैं <br /><br /> || कहीं कठुवा , कहीं रांची , कहीं दिल्ली तो अब हैदराबाद | कहाँ सुरक्षित है बेटियां ? स्त्री देह हवस में डूबे भेडियों को किसी लड़की , औरत में नोचने- खसोटने के लिए देह नजर आती है ना कि किसी की बहन बेटी या माँ |एक हंसती खेलती बच्ची घर से जाए और जली लाश के रूप में आये | इससे बढ़कर स्त्री देह के साथ कौन सा अन्याय होगा |<br /><br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-48924885104299748362019-12-01T20:58:42.829+05:302019-12-01T20:58:42.829+05:30शानदार संकलन....शानदार संकलन....Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-4468104182181477302019-12-01T18:51:37.055+05:302019-12-01T18:51:37.055+05:30बढ़िया संकलन यशोदा दी। मेरी रचना को पांच लिंको का आ...बढ़िया संकलन यशोदा दी। मेरी रचना को पांच लिंको का आनंद में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-38301520593126013002019-12-01T13:41:43.502+05:302019-12-01T13:41:43.502+05:30बेहतरीन प्रस्तुति।बेहतरीन प्रस्तुति।SUJATA PRIYEhttps://www.blogger.com/profile/04317190675625593228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-58463931640495944192019-12-01T13:30:59.642+05:302019-12-01T13:30:59.642+05:30बेहतरीन प्रस्तुति ,आज कई दिनों बाद मेरा ब्लॉग पर ...बेहतरीन प्रस्तुति ,आज कई दिनों बाद मेरा ब्लॉग पर आना हुआ, इतने दिनों से मैं इन बेहतरीन रचनाओं को पढ़ने से वंचित रह गई थी ,सादर नमस्कार Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-46473410717859799902019-12-01T10:31:05.020+05:302019-12-01T10:31:05.020+05:30मिले जुले अहसासों वाली प्रस्तुति.... बिल्कुल रविवा...मिले जुले अहसासों वाली प्रस्तुति.... बिल्कुल रविवार की तरह....मेरी रचना को स्थान देने का शुक्रियाआत्ममुग्धा https://www.blogger.com/profile/09368805902557364435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-20768942852371837632019-12-01T09:56:45.680+05:302019-12-01T09:56:45.680+05:30बढ़िया प्रस्तुति।बढ़िया प्रस्तुति।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-69408698810099216802019-12-01T09:51:07.201+05:302019-12-01T09:51:07.201+05:30सुन्दर लिंक्ससुन्दर लिंक्सOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-18200065993730199552019-12-01T08:33:55.604+05:302019-12-01T08:33:55.604+05:30आदरणीया विभा दी, बहुत बहुत आभार मेरी रचना को शामिल...आदरणीया विभा दी, बहुत बहुत आभार मेरी रचना को शामिल करने के लिए।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-54208454695970374172019-12-01T07:17:48.990+05:302019-12-01T07:17:48.990+05:30हैप्पी होली
हैप्पी बर्थडे
हैप्पी दीवाली
मेरी क्रिस...हैप्पी होली<br />हैप्पी बर्थडे<br />हैप्पी दीवाली<br />मेरी क्रिसमस<br />हैप्पी तीज त्योहार<br />देखो स्त्रियों के जिस्म से अतिशबाजी हो रही है<br />इनसे कितना रोशन है हमारा समाज<br />मजे की बात है इससे न ध्वनि प्रदूषण होता हैं <br />और न ही किसी की आंखे जल रही है।<br />सब मजे में।<br />हम पोत डाले स्याही को<br />रगड़ डाले कलम को खुशियों के गीतों में।<br />लाशों के अंगारों पर हम पका सकें<br />अपनी समझ को<br />ठंडी पड़ी राख पर कुरेद सकें कुछ पंक्तियां<br />या फिर कीलें उगा लेनी चाहिए <br />जूतों के तलवो में<br />और हकीकत के दर्द से रूबरू हो सके<br />और ठोकरों को भी ठोकर जैसी पीड़ा दे सकें।<br />ये जाड़े का मौसम है<br />बूढ़ों की तरह हाथ सेकने के लिए<br />या दर्द अनुभव करने के लिए<br />इससे बढ़िया वक्त ना मिलना।<br /><br />- रोहित<br />Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-15567771934631566372019-12-01T06:22:27.085+05:302019-12-01T06:22:27.085+05:30बहुत अच्छी रचनाएँ है दी।
सुंदर संकलन
सादर।बहुत अच्छी रचनाएँ है दी।<br />सुंदर संकलन<br />सादर।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-55741701014947977692019-12-01T06:09:59.657+05:302019-12-01T06:09:59.657+05:30बेहतरीन रचनाएँ..
शानदार अंक..
सादर..बेहतरीन रचनाएँ..<br />शानदार अंक..<br />सादर..Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-33228311798160552502019-12-01T05:23:41.954+05:302019-12-01T05:23:41.954+05:30शुभ प्रभात
सराहनीय संकलनशुभ प्रभात<br />सराहनीय संकलनविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.com