tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post513993578749018748..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1538..चाँदनी से शुभ्र श्वेत मेरे..yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-8692626452261799842019-10-02T21:06:17.521+05:302019-10-02T21:06:17.521+05:30बेहतरीन प्रस्तुति ,सभी आदरणीय रचनाकारों को ढेरो शु...बेहतरीन प्रस्तुति ,सभी आदरणीय रचनाकारों को ढेरो शुभकामनाएं Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-72133789742593467322019-10-02T20:43:28.078+05:302019-10-02T20:43:28.078+05:30मन लुभाती भुमिका के साथ बहुत शानदार संकलन!
सभी रचन...मन लुभाती भुमिका के साथ बहुत शानदार संकलन!<br />सभी रचनाएं लाजवाब पठनीय,<br />सभी रचनाकारों को बधाई।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-20540802889965724392019-10-02T19:24:58.671+05:302019-10-02T19:24:58.671+05:30राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी व हमारे भूतपूर्व प्रधान...राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी व हमारे भूतपूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का उनके जन्मदिवस पर पुण्य स्मरण एवं दोनों ही विलक्षण महानुभावों को विनम्र श्रद्धांजलि ! आज के संकलन में मेरी रचना को स्थान देने के लिये आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार पम्मी जी ! सप्रेम वंदे ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-41642766113149207182019-10-02T14:52:51.047+05:302019-10-02T14:52:51.047+05:30लाजवाब प्रस्तुति।लाजवाब प्रस्तुति।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-57017024023635068452019-10-02T11:57:57.087+05:302019-10-02T11:57:57.087+05:30शानदार भूमिका
सुंदर संयोजन
सभी रचनाकारों को बधाई
म...शानदार भूमिका<br />सुंदर संयोजन<br />सभी रचनाकारों को बधाई<br />मुझे सम्मिलित करने का आभार<br />सादरJyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-18394450474616995192019-10-02T08:09:00.761+05:302019-10-02T08:09:00.761+05:30आदरणीया पम्मीजी द्वारा प्रस्तुत शानदार प्रस्तुति। ...आदरणीया पम्मीजी द्वारा प्रस्तुत शानदार प्रस्तुति। <br />सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ। <br /><br /> #गाँधीजी150 / #Gandhiji150 <br /> आज देश याद कर रहा है अपने दो महान सपूतों (राष्ट्रपिता महात्मा गाँधीजी और भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्रीजी) को। <br />आज जहाँ एक ओर अहिंसा के पुजारी महात्मा गाँधीजी की 150 वीं जयंती देश मना रहा है वहीं ईमानदारी के प्रतीक धरती के लाल शास्त्रीजी की 115 वीं जयंती पर देश उन्हें सादर नमन कर रहा है। <br /><br /> महात्मा गाँधीजी को लेकर देश में चल रही नकारात्मक बहस एक प्रकार की कुंठा से उपजा अनावश्यक सांस्कृतिक एवं सामाजिक प्रदूषण है। हम उन विरोधी विचारों का भी स्वागत करते हैं किन्तु उनका दायरा समाज और देशहित में हो। <br />कभी 1 % गाँधी बनकर जिया जाय तब गाँधीवाद का मर्म गले से उतरने को तत्पर होगा। <br /> आज दुनियाभर के देश गाँधीवाद में निहित रचनात्मकता को समझकर उसे आत्मसात करने के लिये शोध कर रहे हैं और वहीं हम भारतवासी हैं जो गाँधीजी के कृतित्त्व एवं व्यक्तित्त्व की धज्जियाँ उड़ाने में ज़रा भी शर्म नहीं करते। <br /> हिंसक विचार अब इस दुनिया की ज़रूरत नहीं हैं बल्कि जाग्रत विवेक से परमाणु-अस्त्रों से बुरी तरह बेरहमी से संक्रमित पृथ्वी पर जीवन बचाने के रचनात्मक उपायों और नवीनतम सृजनात्मक सोच के विकास की निहायत ही ज़रूरत है। आज दुनिया में ऐसे सनकी तानाशाहों या कुंठित व्यक्तियों / आतंकवाद के संरक्षणकर्ताओं के हाथों में परमाणु-बटन जनता ने भूल से थमा दिया है जो कभी भी अपने रोमाँचकारी अनुभव / इतिहास में अमर होने की रुग्ण मानसिकता के चलते धरती के अस्तित्त्व को ख़तरे में डाल सकते हैं अतः इन्हें नियंत्रित करने के लिये प्रबुद्ध मानवता को सक्रिय होकर अपना यथेष्ट योगदान अपने निजी सुखों को त्यागकर अर्पित करना होगा। <br /><br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-80940318905520045942019-10-02T06:40:10.640+05:302019-10-02T06:40:10.640+05:30शुभ प्रभात..
"छिपा दिया है राजनीति ने बापू! त...शुभ प्रभात..<br />"छिपा दिया है राजनीति ने बापू! तुमको,<br />लोग समझते यही कि तुम चरखा-तकली हो।<br />नहीं जानते वे, विकास की पीड़ाओं से<br />जवसुधा ने हो विकल तुम्हें उत्पन्न किया था।"<br />शत शत नमन..<br />लाजवाब प्रस्तुति..<br />सादर..Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.com