tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post465441995566058568..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1581... खिली चाँदनी धरा पर पूनम का चाँद उतर आयाyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-35575621810760383232019-11-15T17:43:13.218+05:302019-11-15T17:43:13.218+05:30सार्थक भूमिका के साथ बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरण...सार्थक भूमिका के साथ बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय. <br />समय पर नहीं पहुँची. माफ़ी चाहती हूँ आप से <br />मेरी रचना को स्थान देने के लिये तहे दिल से आभार आप का <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-67994257670486450442019-11-14T12:37:51.568+05:302019-11-14T12:37:51.568+05:30मेरी टिप्पणी पर सार्थक प्रतिक्रिया देने के धन्यवाद...मेरी टिप्पणी पर सार्थक प्रतिक्रिया देने के धन्यवाद।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-33938219977143028662019-11-14T12:10:34.799+05:302019-11-14T12:10:34.799+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति,बहुत सुंदर प्रस्तुति,Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-55193893009736416942019-11-14T10:09:11.066+05:302019-11-14T10:09:11.066+05:30.. सुंदर प्रस्तुति ...सभी चयनित लिंक बहुत अच्छे है..... सुंदर प्रस्तुति ...सभी चयनित लिंक बहुत अच्छे हैं..!!👌Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-18947649012329587122019-11-14T09:39:57.077+05:302019-11-14T09:39:57.077+05:30सुंदर पंक्तियों के साथ अच्छी लिंकों का संकलन।
शुभक...सुंदर पंक्तियों के साथ अच्छी लिंकों का संकलन।<br />शुभकामनाएँँ।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-81143491905721659122019-11-14T09:29:20.116+05:302019-11-14T09:29:20.116+05:30सुन्दर प्रस्तुति। सुन्दर प्रस्तुति। सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-45913159806037091842019-11-14T08:46:14.736+05:302019-11-14T08:46:14.736+05:30आपकी लिखी भूमिका की तरह काश कि पलभर में सारी धूल स...आपकी लिखी भूमिका की तरह काश कि पलभर में सारी धूल साफ़ हो जाती। सुंदर पंक्तियाँ भाईचारे और सौहार्द्र का संदेश देती हुई।<br />मेरी रचना शामिल करने के लिए आभारी हूँ आदरणीय रवींद्र जी।<br />सुंदर प्रस्तुति।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-66141348279291893672019-11-14T08:22:34.620+05:302019-11-14T08:22:34.620+05:30सादर आभार भाई शशि जी... ज़रूरी सन्दर्भ का उल्लेख क...सादर आभार भाई शशि जी... ज़रूरी सन्दर्भ का उल्लेख करने के लिये।Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-15107644490646014912019-11-14T07:31:28.093+05:302019-11-14T07:31:28.093+05:30सुंदर रचनाएं।
आभार।सुंदर रचनाएं।<br /><br />आभार।Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-43191677392456670072019-11-14T06:15:44.126+05:302019-11-14T06:15:44.126+05:30जानदार प्रस्तुति...
सुन्दर रचनाएँ..
सादर...जानदार प्रस्तुति...<br />सुन्दर रचनाएँ..<br />सादर...Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-41426859665903342272019-11-14T04:53:59.449+05:302019-11-14T04:53:59.449+05:30वाहः
उम्दा लिंक्स चयन
सराहनीय प्रस्तुतीकरणवाहः<br />उम्दा लिंक्स चयन<br />सराहनीय प्रस्तुतीकरणविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-25615517726187014112019-11-14T04:18:28.660+05:302019-11-14T04:18:28.660+05:30आज बालदिवस है। मुझे साहिर लुधियानवी का यह गीत आज भ...आज बालदिवस है। मुझे साहिर लुधियानवी का यह गीत आज भी उस नटखट बचपन की याद दिलाता है जब हम बच्चों को हमारे अभिभावक यह सुनाया करते थे-<br /><br />बच्चे मन के सच्चे<br />सारी जग के आँख के तारे<br />ये वो नन्हे फूल हैं जो<br />भगवान को लगते प्यारे<br />खुद रूठे, खुद मन जाये, फिर हमजोली बन जाये<br />झगड़ा जिसके साथ करें, अगले ही पल फिर बात करें<br />इनकी किसी से बैर नहीं, इनके लिये कोई ग़ैर नहीं<br />इनका भोलापन मिलता है, सबको बाँह पसारे<br />बच्चे मन के सच्चे ...<br />इन्ससान जब तक बच्चा है, तब तक समझ का कच्चा है<br />ज्यों ज्यों उसकी उमर बढ़े, मन पर झूठ क मैल चढ़े...<br /><br /> सच कहा -ज्यों- ज्यों हम बड़े हुए हमारा यह भोलापन, यह निश्छलता निजी स्वार्थ के बाजारों में खोती ही चली गई। हम ईश्वरीय गुण से दूर होते चले गये, सो आये आज हम बिल्कुल बच्चों की तरह पूरा दिन गुजारें और फिर रात इसपर तनिक चिंतन करें..।<br />*******<br /> वैसे आज विश्व मधुमेह दिवस है। यदि हम अपने दिनचर्या को नियमित रखेंगे और गरीबों के आहार पर डाका नहीं डालेंगे तो इस रोग से काफी हद तक दूर रह सकते हैं।<br /> रवींद्र भाई जी सहित सभी को प्रणाम। <br /><br /> <br /> <br /> <br />व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com