tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post4592262306895545667..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 843....''धुँधले तारे'' yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger50125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-4987563801744879192017-11-07T18:32:43.004+05:302017-11-07T18:32:43.004+05:30आज के ये नन्हें कवि कल के उभरते हुए सितारें हैं. स...आज के ये नन्हें कवि कल के उभरते हुए सितारें हैं. सभी रचनाएँ उम्दा है।इन बच्चों को बहुत बहुत शुभकामनाएं व आशीष. ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-81191957056364478922017-11-07T16:31:20.697+05:302017-11-07T16:31:20.697+05:30आज पढ़ा , अद्भुत संकलन किया है आपने , आभार आपकाआज पढ़ा , अद्भुत संकलन किया है आपने , आभार आपकाSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-89480677021563016262017-11-06T23:21:42.982+05:302017-11-06T23:21:42.982+05:30.वाह श्वेता जी.वाह श्वेता जीविश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-31998272874668063132017-11-06T22:14:47.817+05:302017-11-06T22:14:47.817+05:30प्रिय ध्रुव ---आपके लिए क्या कहूँ ? बस आपकी संव...प्रिय ध्रुव ---आपके लिए क्या कहूँ ? बस आपकी संवेदनशील दृष्टि और भावुक मन को नमन करती हूँ -- जिन्होंने इन नन्हे बच्चो में अपार संभावनाओं को तलाश इन्हें बहुमूल्य मौक़ा दिया अपनी प्रतिभा दिखाने का | आप जैसे साहित्य साधक ही ऐसी संकल्पना को साकार रूप दे सकते हैं | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-1831924297401552262017-11-06T22:08:47.835+05:302017-11-06T22:08:47.835+05:30प्रिय ध्रुव -- आज की लाजवाब प्रस्तुति अभिभूत क...प्रिय ध्रुव -- आज की लाजवाब प्रस्तुति अभिभूत कर देने वाली है | आपने जिन्हें धुधले तारे नाम दिया है वे भविष्य के दैदीप्यमान नक्षत्र हैं | साहित्य भविष्य के भविष्य के सुखद संकेत देते हुए ये नन्हे बाल कवि अपनी सार्थक रचनात्मकता से मन को आह्लादित कर रहे है | इनके खिल खिलाते चेहरे आशा और अनोखे आत्मविश्वास से भरे है | प्रिय समीर ,प्रिय कामता , प्रिय देवराज , प्रिय अखिलेश , प्रिय समीर , प्रिय कुलदीप ,प्रिय प्रान्जुल ,प्रिय रविकिशन और प्रिय ओमप्रकाश -- इन सभी को मेरी अनेकानेक स्नेहाशीष और ढेरों प्यार | माँ सरस्वती इनकी रचनात्मकता को नए शिखर दे |इनको शिक्षित करने वाली संस्था को साधुवाद जिन्होंने इन प्रतिभाशाली बच्चो के धूमिल भविष्य को उज्ज्वलता प्रदान करने का साहस किया | <br />प्यारे बच्चो को मेरी कुछ पंक्तियाँ समर्पित हैं --<br />तुम्हारे ये धरती - अम्बर -<br />ये विश्व तुम्हारा हो ; <br />आज भले दुविधाओं में उलझा -<br />उज्जवल भविष्य तुम्हारा हो ;<br />तपो रे ! संघर्ष -अगन में -<br />बन जाओं दमकता कुंदन -<br />वरन करो न्याय -पथ का ही -<br />पाओ विपुल यश- वैभव धन ;<br />संतप्त मानवता की पीडको हरना -<br />बस लक्ष्य तुम्हारा हो !!<br />तुम्हारे ये धरती - अम्बर -<br />ये विश्व तुम्हारा हो ; <br />आज भले दुविधाओं में उलझा -<br />उज्जवल भविष्य तुम्हारा हो !!!!!!!!!!!!!! <br />शुभकामनाओं के साथ ----- <br /><br /><br /><br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-69854617167748730992017-11-06T21:06:32.196+05:302017-11-06T21:06:32.196+05:30"बड़े हो गए जब बड़ों ने कहा
ये छोटा है अंदर उत..."बड़े हो गए जब बड़ों ने कहा <br />ये छोटा है अंदर उतर जायेगा <br />बचपन की यादों को फिर से बहाओ <br />बड़ी चटपटी हैं ये फिर से पिलाओ" <br />बचपन को समर्पित आदरणीय गुलज़ार साहब की ये पंक्तियाँ बालपन को बख़ूबी बख़ान करती हैं। <br />आज का अंक बाल कवियों को समर्पित है। भाई ध्रुव जी इस अनूठे और प्रयोगात्मक आयोजन के लिए बधाई के पात्र हैं। बाल कवियों की रचनाऐं पढ़कर एहसास हुआ भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में जाने वाला है। इनकी अभिव्यक्ति में रचनात्मकता की प्यारी-सी खनक है। सृजन अपना मार्ग ढूँढ़ ही लेता है।बाल सजग का प्रयास सर्वथा सराहनीय है ,हमारा नमन। <br />आज समयाभाव के कारण बाल कवियों की रचनाओं पर मेरी व्यक्तिगत भावाभियक्ति प्रकाशित नहीं हो पायी। कल ज़रूर प्रयास करूँगा। समस्त बाल कवियों को शुभाशीष एवं माँ सरस्वती से इनकी क़लम को अपना स्नेह देने के लिए प्रार्थना। <br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-87626527386404913132017-11-06T20:29:59.023+05:302017-11-06T20:29:59.023+05:30सर्वप्रथम बालसजग को साधुवाद एवं हार्दिक शुभकामनाएँ...सर्वप्रथम बालसजग को साधुवाद एवं हार्दिक शुभकामनाएँ। बच्चों को लेखन के लिए प्रोत्साहित करना उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में आपका सराहनीय कदम है। मैं काफी दिनों से बालसजग के ब्लॉग पर इन बालकवियों की रचनाएँ पढ़ती आई हूँ और कुछ पर अपनी टिप्पणियाँ भी दी हैं । मेरा सिर्फ एक प्रश्न है कि क्या हमारी ये टिप्पणियाँ ये बच्चे देख पाते हैं ? यदि वे देख पाएँ तो उन्हें और भी प्रोत्साहन मिलेगा । ये बालक साहित्यजगत के आकाश में सूर्य समान चमकें, पढ़ाई में और जीवन में सफलता के शिखरों को छुएँ, तहेदिल से शुभकामना है। <br />आदरणीय ध्रुवजी आपके इस प्रयास के लिए आपकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है । सचमुच हलचल का यह अंक विशिष्ट है। ध्रुवजी, बहुत बहुत बधाई ।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-21068657835207254652017-11-06T19:44:32.413+05:302017-11-06T19:44:32.413+05:30बाल सजग टीम को बहुत बहुत शुभकामनायें. बच्चों की न...बाल सजग टीम को बहुत बहुत शुभकामनायें. बच्चों की नज़रों से दुनिया और उसके मुद्दों को देखना एक अलग अनुभव है.रायबेरली(उत्तरप्रदेश) में ईंट भत्ठा पर काम करने वालों मज़दूरों के बच्चों के साथ हम एक अखबार निकालते थे.बच्चों के अनुभव,उन्ही के रंग, उन्ही की कलम और उन्ही का संपादन. हस्तलिखित.<br />आज का अंक बच्चों के साथ उन हमजोली वाले दिनो की याद दिला गया.<br />बच्चों की नज़र से ये दुनिया बेहद खूबसूरत लगती है जैसे उनकी कवितायें.<br />बाल सजग टीम, आप सब ये प्रयास जारी रखियेगा.आप सब को बहुत बहुत आशीष.<br />आदरणीय ध्रुव जी, आप के इस प्रयास की जितनी सराहना की जाय कम है.<br />बच्चों के मौलिक चिन्तन को प्रोत्साहित करना हम सब का कर्तव्य है जिसे आपने बखूबी निभाया है. बधाई<br />सादर<br /> अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-6685758120068702572017-11-06T17:08:18.461+05:302017-11-06T17:08:18.461+05:30भट्टी के तापों से झुलसे
कालिख लिपटे हाथों में
शीतल...भट्टी के तापों से झुलसे<br />कालिख लिपटे हाथों में<br />शीतलता भर चाँदनी की<br />हम सोना चाहते फूलों पर...वाह श्वेता जी Alaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-85751218552209628342017-11-06T17:06:17.853+05:302017-11-06T17:06:17.853+05:30सही कहा सुधा जी नेसही कहा सुधा जी नेAlaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-62839615771504673672017-11-06T17:05:26.910+05:302017-11-06T17:05:26.910+05:30जिस बचपन को हम आपाधापी में भुला चुके हैं, उसे इन ब...जिस बचपन को हम आपाधापी में भुला चुके हैं, उसे इन बच्चों की पंक्तियां वापस ले आईं । ध्रुव जी बहुत बहुत धन्यवाद Alaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-53070170392925836112017-11-06T14:45:44.545+05:302017-11-06T14:45:44.545+05:30बहुत अच्छा लगा बाल रचनाकारों की प्रेरक प्रस्तुति बहुत अच्छा लगा बाल रचनाकारों की प्रेरक प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-22247163119646798992017-11-06T12:23:17.152+05:302017-11-06T12:23:17.152+05:30छोटे बच्चों के साथ आज की हलचल का कुछ और ही मजा दे ...छोटे बच्चों के साथ आज की हलचल का कुछ और ही मजा दे दिया आपने ध्रुव जी ... <br />मंच अज सार्थक हो गया ...<br />इतनो कमाल की रचनाएँ हैं की क्या कहूं ... आशावान हूँ भावी पीड़ी ये बहुत ही ... और प्रभावित भी ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-52338021371357788142017-11-06T11:45:59.107+05:302017-11-06T11:45:59.107+05:30एक नतमस्तक पहल सुंदर कोमल भावना और पावन उद्देश्य ह...एक नतमस्तक पहल सुंदर कोमल भावना और पावन उद्देश्य हर एक को अपने हिस्से के आसमान की तलाश का नाम है जिंदगी, <br />सिर्फ एक मुठठी आसमान <br />कुछ ज्यादा तो नही, <br />पर ख्वाईसों की मुठठी का <br />आकार ही अलग अलग होता है,<br />और अपनी बङी सी चाहत की मुठठी मे<br /> सब समेटने के चक्कर मे <br />दूसरों के आसमान पर <br />हक जमा बैठते है, <br />और शुरू होतीं है <br />अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई । और ये लडाई आप की शुरुआत है पर सभी सहृदय इसमे जुड कर इस मुहिम को आगे बढाऐंगे। साधुवाद। नमन <br /><br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-56773344035421934362017-11-06T11:03:40.946+05:302017-11-06T11:03:40.946+05:30जी आदरणीय,
मेरी एक नयी कविता मासूम बच्चों के...जी आदरणीय,<br /> मेरी एक नयी कविता मासूम बच्चों के सम्मान म़े-<br />तारे जग के नन्हे-नन्हें<br />झिलमिल स्वप्न हमारे<br /><br />चाहते है हम छूना नभ को<br />सतरंग में रंगना बादल को<br />सूरज को भरकर आँखों में<br />हम हरना चाहते है तम को<br /><br />भट्टी के तापों से झुलसे<br />कालिख लिपटे हाथों में<br />शीतलता भर चाँदनी की<br />हम सोना चाहते फूलों पर<br /><br />कोमल मन के अंकुर हम<br />जरा प्रेम की बारिश कर दो<br />जलते जीवन की मरुभूमि में<br />अपनेपन की छाया भर दो<br /><br />कंटक राह के कम नहीं होगे<br />जीवनपथ पर जीवन पर्यंत<br />मिल जाये गर साथ नेह के<br />खिलखिलायेे हम दिग्दिंगंत<br /><br /> #श्वेता🍁<br /><br /><br /><br /><br /><br />Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-75046122713745956292017-11-06T10:48:59.697+05:302017-11-06T10:48:59.697+05:30एक अच्छी पहल आशा ट्रस्ट द्वारा
जो इन बच्चों को शिक...एक अच्छी पहल आशा ट्रस्ट द्वारा<br />जो इन बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया<br />और ध्रुव भाई ने इनका परिचय पूरे भारत से करवाया<br />जिस तरह इन बच्चों की कलम की तेजी नजर आ रही है<br />उसी तरह इस संस्था के अन्य बच्चों मे भी अलग तरह की <br />प्रतिभा भी मौजूद हो सकती है...संस्छा से निवेदन...<br />अन्य प्रतिभाशाली बच्चों की प्रतिभा को भी इसी ब्लॉग मे शामिल करें<br />आदर सहितदिव्या अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/17744482806190795071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-64215807359146336372017-11-06T10:46:53.909+05:302017-11-06T10:46:53.909+05:30आदरणीय ध्रुब जी, आज का यह हलचल मंच अपनी सार्थकता औ...आदरणीय ध्रुब जी, आज का यह हलचल मंच अपनी सार्थकता और उत्कृष्टता के शिखर को छू गया है। आपकी संवेदनशीलता का परिचायक यह अंक ख़ूब लुभाया। बहुत साधुवाद। ऐसे ही नवाचार की उम्मीद रखते हैं। बाल सजग को ह्रदय से शुभेक्षायें। बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं। जय होअमित जैन मौलिकhttps://www.blogger.com/profile/07987558363508620146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-87791927338705305642017-11-06T10:41:40.837+05:302017-11-06T10:41:40.837+05:30आदरणीय सुधा जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद की आपको बच्च...आदरणीय सुधा जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद की आपको बच्चों की रचनाएँ अच्छी लगी ..बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-79838419536247670352017-11-06T10:40:10.083+05:302017-11-06T10:40:10.083+05:30आदरणीय कुलदीप जी आपका बहुत- बहुत धन्यवाद की आपको ब...आदरणीय कुलदीप जी आपका बहुत- बहुत धन्यवाद की आपको बाल कवियों की कवितायेँ पसंद आई..बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-27164076318511884122017-11-06T10:38:28.979+05:302017-11-06T10:38:28.979+05:30आदरणीय सुधा जी आपका बहुत- बहुत धन्यवाद की आपको बच्...आदरणीय सुधा जी आपका बहुत- बहुत धन्यवाद की आपको बच्चों की रचनाएँ अच्छी लगी... बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-62402180103828176392017-11-06T10:36:42.775+05:302017-11-06T10:36:42.775+05:30आदरणीय स्वेता जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ढेर सारा आ...आदरणीय स्वेता जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ढेर सारा आशीष और शुभकामनाओं के लिए..बच्चों की रचनाएँ आपको अच्छी लगी ये जानकर ख़ुशी हुई.. आप सबकी प्रेरणाओं से शायद ये बच्चें एक दिन साहित्य जगत के नन्हे सितारे बन सके.... सादर आभार आपका ..बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-60304211665229417402017-11-06T10:32:59.698+05:302017-11-06T10:32:59.698+05:30आदरणीय यशोदा जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शुभकामनाओं ...आदरणीय यशोदा जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शुभकामनाओं के लिए. हमें बहुत ख़ुशी हुई कि आपको बच्चों की रचनाएँ पसंद आई. आप सभी के मार्गदर्शन से इन बच्चों का साहित्यिक मार्ग और प्रशस्त तथा सुगम होगा...आप सभी के प्रोत्साहन से इन्हें और लिखने के लिए प्रेरणा मिलता रहेगा.. सादर आभार आपका..बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-69337775192572346982017-11-06T10:30:18.202+05:302017-11-06T10:30:18.202+05:30वाह!!ध्रुव जी ,इन सभी नन्हे कवियों को प्रोत्साहित ...वाह!!ध्रुव जी ,इन सभी नन्हे कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए आप बधाई के पात्र है। बहुत सुंदर संकलन।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-17740716821430522732017-11-06T10:29:31.216+05:302017-11-06T10:29:31.216+05:30आदरणीय ध्रुव जी,
आप की प्रस्तुति.....
सबसे अलग व व...आदरणीय ध्रुव जी,<br />आप की प्रस्तुति.....<br />सबसे अलग व विशेष होती है....<br />बाल प्रतिभा को आपने अपनी प्रस्तुति में स्थान दिया....<br />इस के लिये आप का आभार....<br /><br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26279721167883682822017-11-06T10:27:56.079+05:302017-11-06T10:27:56.079+05:30आदरणीय विभा जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि, आपको बच्...आदरणीय विभा जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि, आपको बच्चों की रचनाएँ पसंद आई..बाल सजग टीम BAL SAJAGhttps://www.blogger.com/profile/12202593604973354418noreply@blogger.com