tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post4300248017271901624..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1786... चिट्ठीyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-28436867800745933232020-06-06T21:01:04.008+05:302020-06-06T21:01:04.008+05:30🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-47823916507543116242020-06-06T20:51:02.447+05:302020-06-06T20:51:02.447+05:30सस्नेहाशीष शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपका... ...सस्नेहाशीष शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपका... विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3054249199627453232020-06-06T16:12:14.927+05:302020-06-06T16:12:14.927+05:30भावनाओं में पगी पातियाँ और प्रस्तुति विशेष 👌�...भावनाओं में पगी पातियाँ और प्रस्तुति विशेष 👌👌👌। भावनाओं और संवेदनाओं का अहम दस्तावेज समय के चक्र में बदलकर अपने निष्ठुर और निर्मम रूप में डीजिटल स्क्रीन पर सिमट गया । जहाँ आत्मीयता की मधुर गंघ नहीं बल्कि भ्रामक वाग्ज़ाल में उलझते और बनते बिगड़ते रिश्ते हैं।पहले लंबी प्रतीक्षा में भी अवसाद नहीं था , आज बिन प्रतीक्षा अवसाद और विषाद से हर कोई बेहाल है। लाजवाब लिंको से सजा सुंदर अविस्मरणीय अंक आदरणीय दीदी। आपके लिए शनिवार भले जल्दी आता हो , पाठकों के लिए इसकी अवधि लंबी होती है। हार्दिक शुभकामनायें और बधाई इस प्रस्तुति विशेष के लिए🙏🙏<br />मेरी पंक्तियाँ -----<br />चिठ्ठी आती थी जब घर घर<br />जमाने बीत गए, <br />कागज में चेहरा दिखता था<br />पल वो सुहाने बीत गए! <br />गुलाब कभी -कभी गेंदा <br />या हरी टहनी प्यार भरी<br /> भिजवाते थे दिल लिफ़ाफ़े में , <br />साथी दीवाने बीत गए! <br />ना चिठ्ठिया ना कोई सन्देशा<br /> बैठ विरह जो गाते थे <br /> राह तकते थे नित कासिद की <br />वो लोग पुराने बीत गए !! <br />सादर प्रणाम 🙏🙏🌹🌹<br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-56956213862980148692020-06-06T15:53:41.943+05:302020-06-06T15:53:41.943+05:30बहुत सुंदर सारगर्भित रचना प्रस्तुतिबहुत सुंदर सारगर्भित रचना प्रस्तुतिBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-35221421908911662022020-06-06T09:52:52.120+05:302020-06-06T09:52:52.120+05:30चिट्ठी ही चिट्ठी कुछ खट्ठी कुछ मिठी
बहुत अच्छी हलच...चिट्ठी ही चिट्ठी कुछ खट्ठी कुछ मिठी<br />बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुतिकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-20391308310207380662020-06-06T08:07:42.923+05:302020-06-06T08:07:42.923+05:30मनभावन चिट्ठियाँ, भावनाओं के सागर में डुबकियाँ लगा...मनभावन चिट्ठियाँ, भावनाओं के सागर में डुबकियाँ लगाती। आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-29041343056140741222020-06-06T07:57:35.171+05:302020-06-06T07:57:35.171+05:30जी प्रणाम दी,
सुप्रभात।
मर्मस्पर्शी भूमिका के साथ ...जी प्रणाम दी,<br />सुप्रभात।<br />मर्मस्पर्शी भूमिका के साथ बेजोड़ रचनाओं का संग्रहणीय संकलन।<br />हमेशा की तरह सराहनीय अंक।<br />Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.com