tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post297180430380804979..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1361..हम-क़दम का पैंसठवाँ अंक...yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-73590479243326562422019-04-09T20:03:17.852+05:302019-04-09T20:03:17.852+05:30वाह बहुत ही सुन्दर रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रच...वाह बहुत ही सुन्दर रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार<br />प्रिय श्वेताAbhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-25301083212566242112019-04-08T23:55:34.887+05:302019-04-08T23:55:34.887+05:30लाजवाब प्रस्तुतिकरण एक से बढकर एक रचनाएं...लाजवाब प्रस्तुतिकरण एक से बढकर एक रचनाएं...Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-30910333490022229652019-04-08T23:48:11.176+05:302019-04-08T23:48:11.176+05:30गूगल प्लस के जाने के बाद इस मंच पर आकर विकल मन को ...गूगल प्लस के जाने के बाद इस मंच पर आकर विकल मन को सब से मिलकर बहुत राहत मिली | सभी सहयोग बनाये रखे | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-85356955769483392332019-04-08T23:35:37.289+05:302019-04-08T23:35:37.289+05:30सुप्रिया रानू जी के ब्लॉग पर टिप्पणी संभव नहीं हुई...सुप्रिया रानू जी के ब्लॉग पर टिप्पणी संभव नहीं हुई | कल देखती हूँ फिलहाल यही पर लिख रही हूँ | <br />आपमे अदम्य साहस से जीत के बिगुल बजाए,<br />ओ नार ! !<br />प्रिय सुप्रिया -- बहुत ही चिंतन के बाद सुंदर सृजन किया है आपने एक नारी के जीवन का | नारी जीवन अत्यंत जटिलताओं के बावजूद भी गौरवान्वित करवाता है | इसकी उपलब्धियां गिनवाना संभव नहीं फिर भी आपने बहुत ही सार्थकता से नार और नृत्य को परिभाषित किया है | मेरी हार्दिक शुभकामनायें और प्यार |चित्र को सार्थक करती है आपकी रचना |मुझे दो तीन टंकण अशुद्धियाँ दिख रही हैं उन्हें एक बार जरुर देख लें | सस्नेह -<br /><br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-76889627319015486072019-04-08T22:45:03.404+05:302019-04-08T22:45:03.404+05:30वाह ....विषय एक विचार अनेक
लाजवाब विशेषांक
सभी रच...वाह ....विषय एक विचार अनेक<br />लाजवाब विशेषांक <br />सभी रचनाकारों को बधाई उनकी अनूठी रचना के लिए <br /><br />मुझे यहाँ स्थान देने के लिए आभार आदरणीया जी सादररवीन्द्र भारद्वाजhttps://www.blogger.com/profile/02881468307370875997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-66098428050385121202019-04-08T22:38:27.111+05:302019-04-08T22:38:27.111+05:30मेरी रचना को स्थान मिला तहेदिल से आभारी हूँ |मेरी रचना को स्थान मिला तहेदिल से आभारी हूँ |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-32870934649777907342019-04-08T22:31:37.520+05:302019-04-08T22:31:37.520+05:30एक नयनाभिराम चित्र और उस पर इतना सार्थक भावपूर्ण...एक नयनाभिराम चित्र और उस पर इतना सार्थक भावपूर्ण सृजन कि बस शब्द बोल रहे हैं -- वाणी अवरुद्ध है | किसी ने कजरारे नैनों की भाषा को पढ़कर लिख दिया जो बोल रहे हैं ---''अब तो आ जाओ प्रियतम -- '', तो कोई इनके 'नैन पाश ' से बंध गया | किसी को '' वो जिन्दगी सी लगी ' तो किसी ने इसे 'नार और नृत्य 'से जोड़ दिया |किसी ने पूछा ,' कौन है तू ?' तो किसी ने कहा ' रूप तेरा ' |एक कविवर ने लिखा - '' इन कजरारी आँखों ने-', तो दूसरी कवयित्री ने कहा ;; 'मैं प्रकृति भी शक्ति भी '' |अत्यंत सराहनीय अंक के लिए हार्दिक बधाई प्रिय श्वेता | भूमिका में आदरणीय बच्चन जी की भावपूर्ण कविता और आखिरी में तुम्हारी सराहना से परे रचना मन मोह गयी-------------------------------<br /><br /><br /><br />रात के ख़्वाब से हासिल लाली<br />लब पे बिखर लजा गयी आँखें<br />बोल चुभे जब काँटे बनके<br />गम़ में डूबी नहा गयी आँखें<br /> इनमें दो पंक्तियाँ और <br /> अपनी थी जब उन से ना मिली थी <br /> अब हो गई पल में पराई आँखे !!!!!!<br /> सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएं | सस्नेह -- <br /><br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-57746509807195273682019-04-08T13:50:34.739+05:302019-04-08T13:50:34.739+05:30बेहतरीन प्रस्तुति ,हर एक रचना लाजबाब ....बेहतरीन प्रस्तुति ,हर एक रचना लाजबाब ....Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-75874472999641943122019-04-08T12:14:49.186+05:302019-04-08T12:14:49.186+05:30बेहतरीन हमक़दम की प्रस्तुति 👌
सभी रचनाकारों को हार...बेहतरीन हमक़दम की प्रस्तुति 👌<br />सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं|<br />सस्नेह आभार प्रिय श्वेता जी मुझे स्थान देने के लिए |<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-6977183967056804072019-04-08T11:42:46.754+05:302019-04-08T11:42:46.754+05:30वाह शानदार संकलन सुंदर प्रस्तुति
रचनाकारों को बधा...वाह शानदार संकलन सुंदर प्रस्तुति <br />रचनाकारों को बधाई <br />सादर नमन सभी को Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-20028761205424120802019-04-08T09:10:27.025+05:302019-04-08T09:10:27.025+05:30बहुत सुन्दर संकलन।बहुत सुन्दर संकलन।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-61377231084342276612019-04-08T08:43:12.350+05:302019-04-08T08:43:12.350+05:30रूपवती बाला के सौन्दर्य से अभिभूत रचनाकारों की एक ...रूपवती बाला के सौन्दर्य से अभिभूत रचनाकारों की एक से बढ़ कर एक मनभावन प्रस्तुतियां ! हर बार की तरह हमकदम का यह अंक भी शानदार ! मेरी रचना को इस अंक में स्थान देने के लिए हृदय से आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! स्नेहिल सुप्रभात ! !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-36113434579726325472019-04-08T07:20:52.327+05:302019-04-08T07:20:52.327+05:30गज़ब... एक से बढ़कर एक रचना... साहित्य बगिया अच्छी स...गज़ब... एक से बढ़कर एक रचना... साहित्य बगिया अच्छी सजी...विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-56933135998991929742019-04-08T06:54:25.584+05:302019-04-08T06:54:25.584+05:30सुप्रभात ! विविधताओं से परिपूर्ण पुष्पगुच्छ सा आकर...सुप्रभात ! विविधताओं से परिपूर्ण पुष्पगुच्छ सा आकर्षक और सुवासित अंक । इस अंक में मुझे स्थान देने के लिए हृदयतल से आभार ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-57086849781130133762019-04-08T05:07:17.209+05:302019-04-08T05:07:17.209+05:30शुभ प्रभात...
बेहतरीन विषय
बेहतरीन रचनाएँ
बेहतरीन ...शुभ प्रभात...<br />बेहतरीन विषय<br />बेहतरीन रचनाएँ<br />बेहतरीन आप सब...<br />सादर...Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.com