tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post2364836644029912017..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1102..हम-क़दम का अट्ठाईसवाँ कद़म...हिंडोलाyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26765135671137629082018-07-23T23:09:56.079+05:302018-07-23T23:09:56.079+05:30अद्भुत रचनाओं का अविस्मरणीय संकलन ! मेरी रचना को स...अद्भुत रचनाओं का अविस्मरणीय संकलन ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आपका श्वेता जी यद्यपि वह किसी भी दृष्टिकोण से आज के अंक में सम्मिलित करने के योग्य न थी ! हर्षोल्लास से भरी सुखद स्मृतियों को संजोता यह विषय स्त्रियों को अपने प्यार दुलार भरे खिलखिलाते बचपन की याद दिलाता है वहीं मेरी रचना ने सबका मूड खराब किया होगा ! हृदय से आप सबसे क्षमा याचना करती हूँ ! इस संकलन से इस रचना को प्लीज़ हटा दें यह मेरा आपसे विनम्र निवेदन है ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-38890354974548584012018-07-23T19:13:05.910+05:302018-07-23T19:13:05.910+05:30झूले के विविध पक्षों का सुंदर और सजीव शब्दचित्र , ...झूले के विविध पक्षों का सुंदर और सजीव शब्दचित्र , बढ़िया लगा पढ़ कर।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-14760886461557901422018-07-23T18:42:39.676+05:302018-07-23T18:42:39.676+05:30झूले के हर पहलुओं पर विस्तार से जानकारी मिली बढ़िया...झूले के हर पहलुओं पर विस्तार से जानकारी मिली बढ़िया लगा।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-14659560971928512932018-07-23T16:44:34.834+05:302018-07-23T16:44:34.834+05:30झुले का स्वास्थ्य के लिये भी.. उपयोगी जानकारी और ...झुले का स्वास्थ्य के लिये भी.. उपयोगी जानकारी और झूले को आध्यात्म से भी जोडा गया है इधर से ऊधर भव भटकती आत्मा आदि....<br />शानदार भुमिका जानदार प्रस्तुति और मेरे अनाड़ी हाथो से लिखा आलेख मारवाड़ी भाषा के शब्द के अवगूंठन मे कुछ दोष फिर भी प्रकाशित किया, ढेर सी कृतज्ञता ।<br />सुंदर प्रस्तुति की बधाई श्वेता। <br />झूले को देख कर आज भी झूले मे बैठ कर कुछ झोटे लेना और पिंग बढाना और ये सोचना कि लोग क्या कहेंगे! कहते रहें भला,.. <br />मेरी दो रचनाओं को सामिल किया बहुत बहुत आभार, सभी सह रचनाकारों को बधाई। <br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-9825878227546893552018-07-23T14:35:29.992+05:302018-07-23T14:35:29.992+05:30बहुत ही सुंदर संकलन हिंडोलों का...हिंडोलों से कई अ...बहुत ही सुंदर संकलन हिंडोलों का...हिंडोलों से कई अच्छी यादों के साथ एक दुःखद याद भी जुड़ी है। फिर भी कभी मौका मिले तो झूले पर बैठने से खुद को रोक नहीं पाती। आजकल तो कॉलोनियों में नीचे पार्क में झूले होते हैं। बच्चों के साथ साथ कभी कभी कोई बिंदास बड़े भी झूलते दिख जाते हैं उन पर, वहीं कुछ लोग तो "लोग क्या कहेंगे" सोचते रह जाते हैं और नहीं झूलते। कितना बड़ा आनंद गँवा देते हैं वे ! और अब तो घरों में भी झूला लटका लेना फैशन हो गया है। चाहे जितने प्रकार के झूलों या हिंडोलों में बैठ लीजिए, असली झूला तो वही होता था जो सावन महीना लगते ही भैया या चाचा नीम की डाली से बाँध देते थे.... जिस पर दोपहर बारह बजे, साँझ पड़े और रात में झूलना मना होता था.... वही हिंडोले यादों में बसे हैं !!!!<br />खूबसूरत प्रस्तुति के लिए बधाई। राजस्थानी हूँ तो तीज, सिंधारा और हिंडोले के संदर्भ से यहाँ मायका मिल गया जैसे.....Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-6353695148578050362018-07-23T13:43:05.218+05:302018-07-23T13:43:05.218+05:30वाह! इस संकलन की रचनाएँ सावन के सुहावन हिंडोले हैं...वाह! इस संकलन की रचनाएँ सावन के सुहावन हिंडोले हैं या झूलों के झकझोरते झोटे! भूमिका से लेकर उपसंहार तक हिन्डोलें ही हिन्डोलें!!! बधाई, शुभकामनाएं और आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26936154900138405852018-07-23T13:27:38.798+05:302018-07-23T13:27:38.798+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई...बहुत सुन्दर प्रस्तुति। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई। <br />मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार। NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-6090607110952059762018-07-23T12:45:16.606+05:302018-07-23T12:45:16.606+05:30मनमोहक हलचल की प्रस्तुति के लिए श्वेता जी को बधाई
...मनमोहक हलचल की प्रस्तुति के लिए श्वेता जी को बधाई<br />सभी रचनाकारों ने बहुत ही खूबसूरत शब्दों से हिन्डोला पर रची रचनाएँ। <br />धन्यवाद।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-41094947704024195582018-07-23T12:16:02.802+05:302018-07-23T12:16:02.802+05:30बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-1584368191377438762018-07-23T12:07:11.716+05:302018-07-23T12:07:11.716+05:30'वो अमवा का झूलना, वो पीपल की छाँव.......'...'वो अमवा का झूलना, वो पीपल की छाँव.......' शायद ही कोई "बचपन" होगा जिसने पींगें न भरी हों !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-13916616376929693362018-07-23T11:22:31.274+05:302018-07-23T11:22:31.274+05:30सुंदर प्रस्तुतिकरण, उत्तम रचनाएँ। हिंडोला, हर उम्र...सुंदर प्रस्तुतिकरण, उत्तम रचनाएँ। हिंडोला, हर उम्र वर्ग के लोगो का कभी न कभी प्रिय जरूर रहा होता हैअमित निश्छलhttps://www.blogger.com/profile/02115473188696836647noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-69491736144583975022018-07-23T09:39:31.244+05:302018-07-23T09:39:31.244+05:30वाह!!श्वेता ,बेहतरीन संकलन । सावन और झूला दोनों एक...वाह!!श्वेता ,बेहतरीन संकलन । सावन और झूला दोनों एक दूसरे के पर्याय बन जाते हैं ..राजस्थान में तो तीज के त्यौहार की छटा ही निराली होती है ....सच में याद आ गए मायके के वो दिन ,खूब झूला करते थे ...।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-9369146390637133372018-07-23T09:07:10.537+05:302018-07-23T09:07:10.537+05:30क्षमा चाहूंगी श्वेता जी की जगह टंकण में त्रुटि से ...क्षमा चाहूंगी श्वेता जी की जगह टंकण में त्रुटि से श्वेता की हो लिख दिया है,Supriya pathak " ranu"https://www.blogger.com/profile/13847621871751611459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-51135360826094569842018-07-23T08:41:50.666+05:302018-07-23T08:41:50.666+05:30बढ़िया अंक सुन्दर प्रस्तुति।बढ़िया अंक सुन्दर प्रस्तुति।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-19673832803654868402018-07-23T07:00:40.403+05:302018-07-23T07:00:40.403+05:30 आज की प्रस्तुति अप्रतिम है श्वेता जी, झूले मिले न... आज की प्रस्तुति अप्रतिम है श्वेता जी, झूले मिले न मिले पर सावन व झूलों का अटूट संबंध रहा है। <br />आज आपने सभी स्मृतियों को जीवंत कर दिया। आपका आभार 🙏 🙏 <br />Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-16025377274265974142018-07-23T06:44:01.673+05:302018-07-23T06:44:01.673+05:30बेहतरीन प्रस्तुति शानदार रचनाएं बचपन की यादें ताजा...बेहतरीन प्रस्तुति शानदार रचनाएं बचपन की यादें ताजा हो गईं हिंडोले का सुंदर संकलन देख 👌👌Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-68138441815507561062018-07-23T05:57:12.796+05:302018-07-23T05:57:12.796+05:30बेहद खूबसूरत संकलन
विषय मनमोहक था
शायद ही कोई कन्य...बेहद खूबसूरत संकलन<br />विषय मनमोहक था<br />शायद ही कोई कन्या स्त्री होगी जिसे झूला नहीं पसंद हो<br />मुझे तो कहीं दिख जाए झूला बिन झूले पग आगे ही नहीं बढ़तेविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-60109216757242195532018-07-23T05:46:49.382+05:302018-07-23T05:46:49.382+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Supriya pathak " ranu"https://www.blogger.com/profile/13847621871751611459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-46974190120871034182018-07-23T05:46:11.099+05:302018-07-23T05:46:11.099+05:30शुभ प्रभात बेहद रोचक संकलन,झूले पर झूलने का आनंद औ...शुभ प्रभात बेहद रोचक संकलन,झूले पर झूलने का आनंद और आज की रचनाएं तनिक भी कम नही हैं सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं,विशेष बात यह कि आज झूला महिला रचनाकारों ने ही सजाया है हलचल के आंगन में,<br />और श्वेता की यह जो सबसे आखिर में आपने गीत का चयन किया ही अद्भुत,मैं बचपन से सुनती आयी हुन और आज भी मन को छूता है ये...Supriya pathak " ranu"https://www.blogger.com/profile/13847621871751611459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-34329954980816610012018-07-23T05:42:28.833+05:302018-07-23T05:42:28.833+05:30शुभ प्रभात सखी
आपके व्यस्त समय में किया गया श्रम न...शुभ प्रभात सखी<br />आपके व्यस्त समय में किया गया श्रम नज़र आ रहा है<br />बहुत सुन्दर.....<br />आभार<br />सादर<br />yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com