tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post1775358802562581636..comments2024-03-29T17:18:51.001+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 1285.....दुआ मांगते हैं, दवाई चल रही हैyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-81044791090793775292019-01-23T18:03:38.324+05:302019-01-23T18:03:38.324+05:30बेहतरीन अंक
उम्दा रचनाएँ
मन आनन्दित हो गया पढ़कर......बेहतरीन अंक<br />उम्दा रचनाएँ<br />मन आनन्दित हो गया पढ़कर...<br /><br />दुष्यंत कुमार जी की रचना संकलित करने के आभार....... सह्दय आदरणीया।रवीन्द्र भारद्वाजhttps://www.blogger.com/profile/02881468307370875997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-26969185664403671662019-01-23T09:37:20.169+05:302019-01-23T09:37:20.169+05:30सुप्रभात |उम्दा लिंक्स संकलन |
सुप्रभात |उम्दा लिंक्स संकलन |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-52650178283238741772019-01-22T22:07:37.062+05:302019-01-22T22:07:37.062+05:30अब अंतर में अवसाद नहीं
चापल्य नहीं उन्माद नहीं
स...अब अंतर में अवसाद नहीं <br />चापल्य नहीं उन्माद नहीं <br />सूना-सूना सा जीवन है <br />कुछ शोक नहीं आल्हाद नहीं -<br /> काव्य शिखर दुष्यंत जी की सुंदर रचना के साथ लघुकथा और न्याय व्यवस्था पर विचारणीय ज्वलंत रचना जो आशय न्याय का मार्मिक आत्म कथ्य है के साथ रोहितास जी की सराहनीय रचना के समानांतर मीना बहन का पिता जी के लिए मर्मस्पर्शी सृजन -- सबके साथ सजा ये सराहनीय अंक मन को भा गया | सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनायें और आपको बधाई आदरणीय यशोदा दीदी इस अंक के संचालन के लिए | सस्नेह -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-33609788567843787172019-01-22T16:21:07.028+05:302019-01-22T16:21:07.028+05:30शानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन...शानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन...Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-31464200507244292192019-01-22T14:46:05.184+05:302019-01-22T14:46:05.184+05:30सुंदर लिंकों से सजी प्रस्तुति..सुंदर लिंकों से सजी प्रस्तुति..Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-67139751960280532112019-01-22T12:55:09.767+05:302019-01-22T12:55:09.767+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति |
सादर बहुत अच्छी प्रस्तुति |<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-43294745432597684842019-01-22T10:51:06.138+05:302019-01-22T10:51:06.138+05:30 बेहद उम्दा प्रस्तुति । बेहद उम्दा प्रस्तुति ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-70512576237654025652019-01-22T10:39:42.065+05:302019-01-22T10:39:42.065+05:30बढ़िया प्रस्तुति।बढ़िया प्रस्तुति।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-90878831870893946842019-01-22T10:38:06.349+05:302019-01-22T10:38:06.349+05:30आभार पुरुषोत्तम जी।आभार पुरुषोत्तम जी।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-82672887553333366152019-01-22T10:00:53.763+05:302019-01-22T10:00:53.763+05:30जोरदार.
डॉ साब का शुक्रिया शेर पसंद आया आपको.
बेहत...जोरदार.<br />डॉ साब का शुक्रिया शेर पसंद आया आपको.<br />बेहतरीन रचनाओं में मेरी रचना भी शामिल है...<br />अब सोचो मैंने कैसे कैसे जतन किये होंगे खुद को एडजस्ट करने के लिए.Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-47147228581450653592019-01-22T09:44:49.900+05:302019-01-22T09:44:49.900+05:30बहुत सुंदर लिंक्स,यशोदा जी। मेरी रचना शामिल करने क...बहुत सुंदर लिंक्स,यशोदा जी। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-49086676877735875882019-01-22T08:13:31.664+05:302019-01-22T08:13:31.664+05:30ब्लाॅग के पाठकों से अनुरोध..
शायद आपको मालूम हो क...ब्लाॅग के पाठकों से अनुरोध..<br /><br />शायद आपको मालूम हो कि अब G+ खत्म होने वाला है। अतः G+ Platform से किए गए सारे comments स्वतः ही समाप्त हो जाएंगे। परन्तु जो टिप्पणी सीधे ब्लॉग पर जाकर की जाएगी, वे आगे भी बने रहेंगे।<br /><br />बाद मे जब G+ profile खुद ब खुद deactivate हो जाएंगे तो G+ से किए गए सारे कमेंट्स जो अभी तो दिख रहे हैं, बाद में दिखने भी बंद हो जाएंगे।<br /><br />आवश्यक यह है कि अपने ब्लॉग के comments setting में G+ से आनेवाले comments की सेटिंग No कर ली जाय ताकि पाठक की टिप्पणी सीधे रूप से ब्लॉग पर ही अंकित की जा सके।<br /><br />भविष्य की परेशानियों से बचने हेतु मैने कुछ परिवर्तन अपने ब्लॉग "कविता जीवन कलश" (purushottamjeevankalash.bligspot.com), "अंतहीन" (endlesspks.blogspot.com) तथा "अवधारणा" पर आवश्यक परिवर्तन अभी से ही कर लिए हैं ।<br /><br />कुछ दिनों बाद, मैं G+ profile के स्थान पर Blogger Profile ही use करूँगा।<br /><br />आपसे अनुरोध है कि अपनी टिप्पणी आप सीधे ब्लॉग पर आकर ही अंकित करें ताकि हमारा आपसी सम्पर्क-संवाद निर्बाध रूप से चलता रहे।<br /><br />सादर आभार ।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-19942676002168345362019-01-22T08:05:37.750+05:302019-01-22T08:05:37.750+05:30सस्नेहाशीष संग शुभकामनाएं छोटी भनक
सबके लिए हर पल ...सस्नेहाशीष संग शुभकामनाएं छोटी भनक<br />सबके लिए हर पल मंगलकारी हो<br />सुंदर संकलनविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-57505821377909253302019-01-22T07:22:01.950+05:302019-01-22T07:22:01.950+05:30ठीक हो न जाएँ- खुश रहते हैं अब
दुआ मांगते हैं, दवा...ठीक हो न जाएँ- खुश रहते हैं अब<br />दुआ मांगते हैं, दवाई चल रही है<br /><br />बहुत खूब।<br />हलचल के एक और अंक के लिए बधाई।<br />आभारdr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-30539685214870187532019-01-22T05:54:43.865+05:302019-01-22T05:54:43.865+05:30आपका कहना सच हैंगर हम और करेंगे भी क्या सिवाय इंतज...आपका कहना सच हैंगर हम और करेंगे भी क्या सिवाय इंतज़ार के ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-65495914951622912682019-01-22T05:53:58.830+05:302019-01-22T05:53:58.830+05:30सर्दी की ठिठुरन कुछ ज़्यादा हो रही है ... अपना अपन...सर्दी की ठिठुरन कुछ ज़्यादा हो रही है ... अपना अपना ख़याल रखें ... भीनी भीनी हलचल आज की ... आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-45778531861844109952019-01-22T04:52:00.326+05:302019-01-22T04:52:00.326+05:30
सुना है कभी दुधारी तलवार हुवा करती थी
चलती थी इतन...<br />सुना है कभी दुधारी तलवार हुवा करती थी<br />चलती थी इतना महीन कि पद-चाप न सुनाई दे<br />सूर्य का तेज, तूफ़ान की गति<br />थम जाती थी मेरे सम्मोहन से सब की मति<br /><br />सुंदर रचना और संकलन।<br />सभी को सुबह का प्रणाम।<br />सच तो यहीं है कि न न्यायकर्ता कभी रहा,न ही उसका न्याय,पता नहीं कब तक हम इस भ्रम में और रहेगा..व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com