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शुक्रवार, 13 जून 2025

4418...थामे मिट्टी का कण-कण

शुक्रवारीय अंक में 
आप सभी का हार्दिक अभिनंदन।
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मन को विचलित करने वाले 
भयानक हादसे कितना कुछ कह जाते है न...।
जीवन और मृत्यु के अनसुलझे
रहस्यों की दुनिया विस्मयकारी है।
 आने वाला पल किस शक्ल में हमारे 
सामने आएगा कोई नहीं जानता।
  हम कुछ कर नहीं सकते हैं ;
हाँ... आने वाले पल के क़दमों की
आहट को ज़रूर भांपने के लिए 
अतिरिक्त सतर्क रह सकते हैं; पर 
 कभी-कभी साक्षात
मृत्यु आँखों में मँडराता देखकर भी 
कुछ न कर पाने को विवश
वक़्त की थाप पर...
कठपुतली सी थिरकते रहते हैं;
सतर्कता और.सुरक्षा के सारे उपक्रम
व्यर्थ हो जाते हैं और मृत्यु सबको
अपनी बाहों में समेटती हुई किसी
एक का माथा चूमकर 
कहती है यही जीवन है...।

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आज की रचनाएँ-

हो न परस्पर भीत पढ़ें जब विद्यालय में
मन में रक्खें प्रीत, विनय का भाव हृदय में !


 कैसे होगा नाम भला ऐसी शिक्षा से
रहें बराबर छात्र जहाँ बाहर कक्षा के 


 
चबूतरे पर धूनी जमाए बैठा
अटल, तटस्थ, ध्यानमग्न ..
अनगिनत शाखाओं और 
अपनी फैली हुई जङों से 
थामे मिट्टी का कण-कण,
छूटने नहीं देता अटूट बंधन,


नटखट कन्हैया



चरखी बंधी कभू,काट देत पगहा ,
चुटिया खींचें कभू खींचें चुनरवा,
कूद जात कूप कभी लेकर ग्वाले,
बिपदा ही जनमि ये गोकुल नगरिया।
पनिया भरन कूप जाऊं कैसे मईया ।



 

और मूर्ख मानव पंखा तौलिया कूलर एसी तलाश करता है इससे जान छूटाने के लिए , महिलायें तो और भी आगे हैं वे स्किन के इन महीन छिद्रों को क्रीम और पाउडर घुसा कर बंद कर देती हैं !

जय हो आप सबकी महा मानवी, मानवों !


स्वीमिंग पूल में कहाँ, साड़ी बाँधें आप।
सोचो ट्रैक सूट बिना, छोड़ें कैसे छाप।।

सेना वर्दी में रहें, तब होती पहचान।
स्कूल ड्रेस जब से बनी, बच्चे हुए एक समान।।

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आज के लिए इतना ही
मिलते हैं अगले अंक में।
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3 टिप्‍पणियां:

  1. मन को विचलित करने वाले
    भयानक हादसे कितना कुछ कह जाते है न...।
    जीवन और मृत्यु के अनसुलझे
    रहस्यों की दुनिया विस्मयकारी है।
    सुंदर अंक
    आभार
    वंदन

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही भयानक हादसा ....कहाँ खबर है पल भर की । सभी जान गंवाने वाले यात्रियों को विनम्र श्रद्धांजलि ।

    जवाब देंहटाएं
  3. हार्दिक धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी मेरे ब्लॉग की लिंक आज की हलचल में देने के लिए ! सभी सूत्र बहुत सुन्दर ! मेरा सप्रेम वन्दे स्वीकार करें !

    जवाब देंहटाएं

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