tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post5989454726027511482..comments2024-03-29T10:35:48.853+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 836..केवल अंधेरी खाई में गिरना ही हमारा भाग्य होगा। yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-17053222354877153462017-11-04T14:06:36.973+05:302017-11-04T14:06:36.973+05:30बहुत सुंदर सूत्र संयोजन के लिए साधुवाद
मुझे सम्मलि...बहुत सुंदर सूत्र संयोजन के लिए साधुवाद<br />मुझे सम्मलित करने का आभार <br />सभी रचनाकारों को बधाई<br /><br />सादरJyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-89082476273376981292017-10-30T22:50:41.174+05:302017-10-30T22:50:41.174+05:30कविवर दिनकर का कथन यहां मौजू हो उठा है- "राजन...कविवर दिनकर का कथन यहां मौजू हो उठा है- "राजनीति जब-जब फिसलेगी साहित्य उसे संभाल लेगा"Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-83127685436464658062017-10-30T22:44:19.068+05:302017-10-30T22:44:19.068+05:30विचारणीय भूमिका पर आपको बधाई। जनप्रतिनिधि अब जन भ...विचारणीय भूमिका पर आपको बधाई। जनप्रतिनिधि अब जन भ़म प्रतिनिधि बन गए हैं। राजनीति का उद्देश्य अब समाज कल्याण नहीं खुद का कल्याण हो गया है। सुंदर लिंक्स। चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं। आभार सादर।Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-38762756675884151382017-10-30T22:31:56.429+05:302017-10-30T22:31:56.429+05:30प्रिय ध्रुव -- सार्थक चिंतन से भरी भूमिका सहित बह...प्रिय ध्रुव -- सार्थक चिंतन से भरी भूमिका सहित बहुत ही सराहनीय है आपका संजोया आज का संकलन | सभी रचनाएँ पढ़ी | बहुत अच्छी लगी | नन्हे कवियों को आधार मंच प्रदान करने कू आपकी कोशिश की सराहना करती हूँ | सस्नेह शुभकामना आपको | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-86769964571020138102017-10-30T19:39:52.683+05:302017-10-30T19:39:52.683+05:30सुन्दर संकलन. मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार.सुन्दर संकलन. मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार.Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-45989706284684017922017-10-30T18:49:39.711+05:302017-10-30T18:49:39.711+05:30आदरणीय ध्रुव जी सटीक और सार्थक प्रस्तुति,
आदरणीय ध्रुव जी सटीक और सार्थक प्रस्तुति,<br />NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-64578315947425655012017-10-30T16:03:13.553+05:302017-10-30T16:03:13.553+05:30सहमत आपके विचार प्रवाह से ... वो समय्जल्दी ही आने ...सहमत आपके विचार प्रवाह से ... वो समय्जल्दी ही आने वाला है अगर नहीं जागे तो ...<br />अच्छा संकलन ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-72258800138350297172017-10-30T15:42:38.328+05:302017-10-30T15:42:38.328+05:30सादर अभिवादन भाई ध्रुव जी
हम लिखते है
मीडिया चिल्ल...सादर अभिवादन भाई ध्रुव जी<br />हम लिखते है<br />मीडिया चिल्ला-चिल्ला कर सुनाता है<br />फिर भी नहीं रेंगती जूँ<br />सरकार के कान में...<br />चारा इन्तजार के सिवा कुछ भी नहीं<br />करिए प्रतीक्षा..<br />आदर सहित<br />दिव्या अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/17744482806190795071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-41806095686087807972017-10-30T14:43:12.775+05:302017-10-30T14:43:12.775+05:30आदरणीय ध्रुव जी,
समसामयिक व्यवस्था पर तंज स्वभाविक...आदरणीय ध्रुव जी,<br />समसामयिक व्यवस्था पर तंज स्वभाविक है<br />सटीक और सार्थक प्रस्तुति, सभी रचनाकारों को बधाई।<br />आभार।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-29344976877078030722017-10-30T12:51:38.687+05:302017-10-30T12:51:38.687+05:30बहुत सुन्दर,उम्दा लिंक संकलन......
अपनी ही गलतियों...बहुत सुन्दर,उम्दा लिंक संकलन......<br />अपनी ही गलतियों की प्रतिवनि सुनाई देगी....<br />बहुत खूब।<br />लाजवाब अभिव्यक्ति।<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-5065097916067823972017-10-30T11:34:02.287+05:302017-10-30T11:34:02.287+05:30सही कहा ध्रुव जी ,विचारों की अभिव्यक्ति को कुचलने ...सही कहा ध्रुव जी ,विचारों की अभिव्यक्ति को कुचलने के षड़यंत्र, इस अनोखे लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिये बिल्कुल हितकर नहीं , उस अंधेरी खायी की तरफ आवाज लगाएंगे और प्रतिउत्तर मे हमे अपनी ही गलतियों की प्रतिध्वनि सुनायी देंगी,अफसोस की तब हम असमर्थ होंगे केवल अंधेरी खायी मैं गिरना ही हमारा भाग्य होगा ।<br />सही मैं ध्रुव जी बिल्कुल सही कहाRitu asooja rishikesh https://www.blogger.com/profile/07490709994284837334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-50074989897442782222017-10-30T11:31:56.126+05:302017-10-30T11:31:56.126+05:30सस्नेहाशीष संग शुभप्रभात
साहित्यकारों का काम है सम...सस्नेहाशीष संग शुभप्रभात<br />साहित्यकारों का काम है समाज के हालातों को बताना बदलना नेताओं को है नेताओं का गर्दन नापना मतदाता का काम है<br />मतदाता सजग नहीं हालात बदल नहीं सकते<br />उम्दा लिंक्स चयनविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3537047808700788872017-10-30T11:29:04.201+05:302017-10-30T11:29:04.201+05:30बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति।बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति।जयन्ती प्रसाद शर्माhttps://www.blogger.com/profile/00822415597324856268noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-31023998219050767162017-10-30T09:17:58.811+05:302017-10-30T09:17:58.811+05:30अपने अपने स्वास्थ की चिन्ता में डूबे हैं सनम (लोक)...अपने अपने स्वास्थ की चिन्ता में डूबे हैं सनम (लोक) तंत्र बीमार होना ही है । बहुत सुन्दर प्रस्तुति ध्रुव जी।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-77610880193166872452017-10-30T08:21:29.310+05:302017-10-30T08:21:29.310+05:30बहुत उम्दा संकलन
बहुत उम्दा संकलन<br />Lokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-8494455419213904052017-10-30T08:11:43.972+05:302017-10-30T08:11:43.972+05:30शुभ प्रभात....
सांप हैं...
अमृत की उम्मीद व्यर्थ ह...शुभ प्रभात....<br />सांप हैं...<br />अमृत की उम्मीद व्यर्थ है...<br />नेवलों का इन्तजार करिए...<br />वे आ रहे हैं...<br />अच्छी प्रस्तुति....<br />सादर....Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-91939576910037687132017-10-30T07:16:36.675+05:302017-10-30T07:16:36.675+05:30आदरणीय ध्रुव जी,
समसामयिक व्यवस्था पर आपकी खिन्नता...आदरणीय ध्रुव जी,<br />समसामयिक व्यवस्था पर आपकी खिन्नता और खीज भरी अभिव्यक्ति स्वाभाविक है।<br />सुंदर लिंकों का संयोजन,सभी रचनाएँ अति सराहनीय है।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-60275017381337967392017-10-30T05:42:02.435+05:302017-10-30T05:42:02.435+05:30शुभ प्रभात..
घूमने दो समय का पहिया !
चलने दो हमें ...शुभ प्रभात..<br />घूमने दो समय का पहिया !<br />चलने दो हमें भेड़ -चाल !<br />आशा है एक दिवस अवश्य पहुँच जायेंगे !<br />उस नए बने बागीचे तक..<br />जहाँ महक होगी जीवन की<br />होंगी पल्लवित आशाएँ मन की<br />आशावादी हूँ मैं...तभी तो प्राण है<br />तन मे<br />एक अच्छी प्रस्तुति<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com