tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post1264430295779681188..comments2024-03-28T11:15:23.497+05:30Comments on पाँच लिंकों का आनन्द: 644.....विश्वविध्यालय बोले तो ? तेरे को क्या पड़ी है रे ‘उलूक’yashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-11121463823889330252017-04-24T09:35:52.847+05:302017-04-24T09:35:52.847+05:30अच्छे हैं आज के लिंक्स ...अच्छे हैं आज के लिंक्स ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-90596134164197742992017-04-21T16:57:25.950+05:302017-04-21T16:57:25.950+05:30सादर अभिवादन
कोई नियम नहीं
एक ही नियम....
पाँच लिं...सादर अभिवादन<br />कोई नियम नहीं<br />एक ही नियम....<br />पाँच लिंकों का आनन्द रोज<br />प्रकाशित होगा... डॉ. सुशील भाई जोशी ने ठीक ही लिखा<br />पन्ने का पन्ने की जगह हो लेना सब से बड़ा नियम हो जाता है।<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-7189069733381109182017-04-21T16:40:31.391+05:302017-04-21T16:40:31.391+05:30"पाँच लिंकों का आनंद" अब एक स्थापित वै..."पाँच लिंकों का आनंद" अब एक स्थापित वैचारिक मंथन का मंच है जहां आपकी टीम के आन्तरिक नियम-क़ानून होंगे। शायद उन्हें तोड़कर आप इस प्रस्तुति को लेकर हाज़िर / मुख़ातिब हो गए जिसमें पाठकों को किसी प्रकार के नियम -क़ानून तोड़े जाने का अनुभव नहीं हो रहा है। <br />शब्द-सृजन के विभिन्न आयामों को पढ़ने और अपनी प्रतिक्रिया देने सुधि पाठक इस साइट का रुख़ करते हैं। आशा है आपकी टीम पाठकों की उम्मीद पर सदैव खरी ही उतरेगी। आज की रसमय ,भावप्रवण प्रस्तुति के लिए बधाई और मेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार। <br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-32095720636634156872017-04-21T13:14:56.089+05:302017-04-21T13:14:56.089+05:30अच्छी प्रस्तुतिअच्छी प्रस्तुतिArchana https://www.blogger.com/profile/04550928988744384157noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-30354363248267230432017-04-21T13:10:54.725+05:302017-04-21T13:10:54.725+05:30अच्छी प्रस्तुतिअच्छी प्रस्तुतिArchana https://www.blogger.com/profile/04550928988744384157noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-33103350174601512932017-04-21T11:37:10.435+05:302017-04-21T11:37:10.435+05:30बढ़िया हलचल प्रस्तुति बढ़िया हलचल प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-3352143408918932022017-04-21T09:22:39.003+05:302017-04-21T09:22:39.003+05:30सुन्दर प्रस्तुति। सलाम आप लोगों की मेहनत को। पन्ने...सुन्दर प्रस्तुति। सलाम आप लोगों की मेहनत को। पन्ने का पन्ने की जगह हो लेना सब से बड़ा नियम हो जाता है। जिम्मेदारी निभा ले जाना सब के बस में नहीं होता है। आभार दिग्विजय जी 'उलूक' के सूत्र को सम्मान देने के लिये।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-64683684490769150092017-04-21T06:42:33.813+05:302017-04-21T06:42:33.813+05:30बहुत सुन्दर चयन आज सूत्रों का ! मेरी प्रस्तुति को ...बहुत सुन्दर चयन आज सूत्रों का ! मेरी प्रस्तुति को भी सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से आभार दिग्विजय जी ! बहुत-बहुत धन्यवाद ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-692139476716571990.post-46570465598472376012017-04-21T05:06:22.239+05:302017-04-21T05:06:22.239+05:30
शुभ प्रभात..
अच्छी प्रस्तुति बनाई आपने..
कोई नि...<br /><br /><br />शुभ प्रभात..<br />अच्छी प्रस्तुति बनाई आपने..<br />कोई नियम कायदा नही है इस ब्लॉग में<br />बस लिंक पाँच या छः ही चाहिए<br />यही एक नियम सख्त है..<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com